एजबेस्टन टेस्ट में कप्तान विराट कोहली को अगर बाकी बल्लेबाजों का साथ मिला होता, जीत भारतीय टीम के साथ होती। दुनिया की नंबर एक टीम बढ़त लेने के करीब पहुंची थी लेकिन 31 रन से चूक गयी। पहले टेस्ट में बल्लेबाजों के नाकाम रहने के बावजूद अतिरिक्त बल्लेबाज के खेलने की संभावना कम है।


लॉड्स के पिच के मिजाज के हिसाब से दूसरे स्पिनर के खेलने पर विचार हो सकता है। ऐसे में उमेश यादव को बाहर बैठना पड़ सकता है, क्योंकि ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और हार्दिक पंड्या तेज गेंदबाजी का जिम्मा संभालेंगे। दूसरे स्पिनर के चयन में भी दुविधा हो सकती है। 2014 में पिछली बार रवींद्र जडेजा ने लाडर्स पर खेलते हुए दोनों पारियों में तीन विकेट लिये थे, लेकिन दूसरी पारी में 68 रन बनाये थे। कुलदीप यादव शानदार फॉर्म में हैं, ऐसे में उनकी अनदेखी मुश्किल हो सकती है। वो नेट में भी शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। कप्तान विराट ने भी उनकी गेंदबाजी की तारीफ की है। 


बल्लेबाजी क्रम में भी कप्तान के सामने कठिन चुनौती है। पहले टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा पर शिखर धवन को तरजीह मिली, जिससे केएल राहुल को प्लेइंग इलेवन में जगह मिली। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी में बदलाव होते रहते हैं। 2014-15 में कोहली और रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में चौथे टेस्ट में पुजारा की जगह तीसरे नंबर पर रोहित शर्मा को उतारा था। इसके बाद बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में भी यह प्रयोग जारी रहा, लेकिन अगले दो टेस्ट में अजिंक्य रहाणे को तीसरे नंबर पर उतारा गया। पुजारा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2015 की घरेलू सीरीज में तीसरे नंबर पर लौटे। कोहली ने भी इस नंबर पर बल्लेबाजी की और फ्लॉप रहे।


बात इंग्लैंड की करें तो जो रूट ने कहा कि फिलहाल 12 सदस्यों की टीम का ऐलान किया जा रहा है। डेविड मलान की जगह दूसरे टेस्ट में ओली पोप को मौका दिया गया है। इंग्लैंड की टीम भी अतरिक्त स्पिनर के चयन पर विचार कर रही है। टॉस से पहले इस बात का फैसला होगा की मोइन अली या क्रिस वोक्स में से कौन खेलेगा 


ओली पोप का टेस्ट डेब्यू लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर होगा दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम के खिलाफ होगा। ये लगभग साफ हो चुका है। पोप महज 20 वर्ष की उम्र में दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेंगे। ये साबित कर रहा है कि इंग्लिश कप्तान को उनकी प्रतिभा पर भरोसा है।