क्या विराट कोहली भारतीय टीम की बल्लेबाजी की धुरी हैं। अगर यह सवाल उठ रहा है तो निश्चित तौर पर इसका जवाब 'हां' है। इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन कोहली के शानदार शतक के दम पर टीम इंडिया ने मुकाबले में वापसी कर ली। पहली पारी में मेजबान टीम को 287 रन पर समेटने के बावजूद भारतीय टीम की बल्लेबाजी लड़खड़ा गई। पहले विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी होने के बावजूद भारतीय टीम 182 रन पर आठ विकेट गंवा चुकी थी। कोहली के शतक के दम  पर भारत ने पहली पारी में 274 रन बनाए। भारत ने इसके बाद दूसरी पारी में इंग्लैंड का नौ रन के स्कोर पर एक विकेट गिरा दिया। रविचंद्रन अश्विन (पांच रन पर एक विकेट) ने एलिस्टर कुक (00) को बोल्ड करके टेस्ट क्रिकेट में नौवीं बार उनका विकेट हासिल किया। कीटोन जेनिंग्स पांच रन बनाकर खेल रहे हैं। इंग्लैंड को अब कुल 22 रन की बढ़त हासिल है। 

यह कोहली का ही विराट जज्बा था कि वह एक छोर से जमे रहे और एक बार फिर दिखाया कि क्यों उन्हें विश्व क्रिकेट में मौजूदा दौर का सबसे बड़ा सितारा कहा जा रहा है। विराट जब बल्लेबाजी करने आए तो टीम इंडिया 54 के स्कोर पर अपने दो विकेट खो चुकी थी। इसके बाद भी विकेटों के गिरने का सिलसिला जारी रहा। विराट ने 21 और 51 रन के स्कोर पर मिले दो जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए इंग्लैंड को पहली पारी में भारत पर बड़ी बढ़त नहीं लेने दी। विराट ने 225 गेंदों में 149 रन की बेहतरीन पारी खेली। भारी दबाव के बावजूद 22 चौकों और एक छक्के से सजी इस पारी ने उनके इंग्लैंड के 'शतकीय सूखे' को भी खत्म कर दिया। इंग्लैंड में इससे पहले विराट का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर 39 था। विराट ने पहले छठे विकेट के लिए ऑलराउंडर हार्दिक  पांड्या के साथ 48 और फिर दसवें विकेट के लिए उमेश यादव के 57 रन की साझेदारी की। उमेश के साथ जोड़े 57 रन की बदौलत भारत इंग्लैंड के पहली पारी के स्कोर के काफी करीब पहुंच गया। 149 के  स्कोर पर आउट होने से पहले विराट अपने नाम कई रिकॉर्ड कर चुके थे। 

इससे पहले, अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे सैम करन और बेन स्टोक्स की धारदार गेंदबाजी से भारत संकट में आ गया था। करन (74 रन पर चार विकेट) और स्टोक्स (73 रन पर दो विकेट) ने एक समय भारत का स्कोर पांच विकेट पर 100 रन कर दिया था लेकिन कोहली ने 225 गेंद में 22 चौकों और एक छक्के से 149 रन की पारी खेलकर टीम को 274 रन पर पहुंचा दिया। 

कोहली ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए इशांत शर्मा (05) के साथ नौवें विकेट के लिए 35 और उमेश यादव (नाबाद 01) के साथ 10वें विकेट के लिए 57 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड की बढ़त को सिर्फ 13 रन तक सीमित किया। इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन (41 रन पर दो विकेट) और आदिल राशिद (31 रन पर दो विकेट) ने भी दो-दो विकेट चटकाए। इससे पहले मुरली विजय (20) और शिखर धवन (26) की जोड़ी ने भारत को सतर्क शुरूआत दिलाई। दोनों ने एंडरसन और स्टुअर्ट ब्राड की तेज गेंदबाजी जोड़ी को लगभग एक घंटे तक सफलता से महरूम रखा। इंग्लैंड ने शुरू में ही एक डीआरएस गंवा दिया जब एंडरसन ने विजय के खिलाफ विश्वसनीय अपील की लेकिन मैदानी अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया। विजय और धवन के सिर्फ 70 गेंद में 50 रन पूरे किए जिसके बाद करन ने मेजबान टीम को वापसी दिलाई। 

करन के गेंद हाथ में थामते ही भारतीय बल्लेबाजी क्रम परेशानी में आ गया। करन ने सबसे पहले विजय को 14वें ओवर में पगबाधा किया। अंपायर अलीम दार ने बल्लेबाज को नॉटआउट करार दिया लेकिन डीआरएस लेने पर फैसला गेंदबाज के पक्ष में गया। तीन गेंद बाद लोकेश राहुल करन (04) की गेंद को विकेटों पर खेल गए। करन ने अगले ओवर में धवन को स्लिप में कैच कराया जिससे भारत का स्कोर बिना विकेट के 50 रन से तीन विकेट पर 59 रन हो गया। 

दूसरे सत्र में भी इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। कोहली ने दूसरे सत्र में स्टोक्स के पहले ही ओवर में दो चौके जड़े लेकिन इस तेज गेंदबाज ने अगले ओवर में रहाणे के खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील की जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया। रहाणे हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाए। उन्होंने स्टोक्स पर चौके के साथ 28वें ओवर में भारत का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया लेकिन अगली गेंद पर स्लिप में कीटोन जेनिंग्स को आसान कैच दे बैठे। 

स्टोक्स ने अगले ओवर में दिनेश कार्तिक (00) को बोल्ड करके भारत का स्कोर 100 रन पर पांच विकेट किया। कार्तिक स्टोक्स का 100वां टेस्ट शिकार बने। वह 2500 रन और 100 विकेट का डबल पूरा करने वाले इंग्लैंड के पांचवें खिलाड़ी हैं। इसी ओवर में अंपायर ने हार्दिक पंड्या को भी पगबाधा दिया लेकिन डीआरएस लेने पर उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा। 

कोहली अगले ओवर में एंडरसन की अंतिम गेंद पर भाग्यशाली रहे जब स्लिप में मलान ने उनका आसान कैच टपका दिया। भारतीय कप्तान इस समय 21 रन बनाकर खेल रहे थे। स्टोक्स के अगले ओवर की पहली गेंद पर पंड्या को भी जीवनदान मिला और इस बार स्लिप में एलिस्टर कुक ने उनका कैच टपकाया। उन्होंने इस समय खाता भी नहीं खोला था।