क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को स्वीकार किया कि टेस्ट टीम में शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी का मसला सुलझाना बाकी है। उन्होंने पृथ्वी शॉ जैसे युवाओं को पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए पर्याप्त मौके देने का वादा किया। 

कोहली ने कहा कि केवल शीर्ष क्रम में ही प्रयोग किए जा सकते हैं और 18 वर्षीय पृथ्वी से काफी उम्मीदें है जो वेस्टइंडीज के खिलाफ बृहस्पतिवार को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करेंगे। वह केएल राहुल के साथ पारी की शुरुआत कर सकते हैं। 

टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, ‘हमने शीर्ष क्रम में बदलाव किए हैं। हम इन लड़कों को शीर्ष क्रम में सहज महसूस करने के लिए पर्याप्त मौके देंगे। हम चाहते हैं कि वे उस पर भरोसा करें, जो काम वह कर रहे हैं।’ 

उन्होंने कहा कि पृथ्वी शॉ, हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्हें इस सीरीज को मौके के रूप में लेना चाहिए न कि दबाव के रूप में। यहां उन्हें मौका मिलेगा कि वह प्रदर्शन करें और लंबे समय तक खेलने का जज्बा दिखा सकें। 

उन्होंने कहा, ‘निचले क्रम में सभी अपना योगदान दे रहे हैं और उसमें बदलाव की जरूरत नहीं है। ऋषभ पंत नया है लेकिन अश्विन और जडेजा ने घरेलू पिचों पर कई मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है और उन्हें विदेशों में भी उसे दोहराने की जरूरत है।’ 

कोहली ने कहा, ‘शीर्ष क्रम का मसला सुलझाने के अलावा मुझे नहीं लगता कि इन दो टेस्ट मैचों में हम बहुत अधिक चीजों पर ध्यान देना होगा। बाकी चीजें अच्छी चल रही हैं।’ 

दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में हार के बाद भारतीय टीम प्रबंधन को अंतिम एकादश में लगातार बदलाव करने के लिए आलोचना झेलनी पड़ी थी। कोहली ने हालांकि पूर्व में लिए गए फैसलों को सही बताया। 

उन्होंने कहा, ‘आपको मैदान पर अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश चाहिए। पूर्व में अधिकतर बदलाव गेंदबाजी संयोजन में किए गए और लोगों ने इसके दूसरे अर्थ निकाल दिए। जिन गेंदबाजों को बाहर किया गया उन्हें कभी नहीं लगा कि उनके साथ गलत हुआ है।’ 

कोहली ने कहा, ‘हमारा उद्देश्य हमेशा सर्वश्रेष्ठ एकादश का चयन करना था तथा बल्लेबाजी में हमने अच्छी फार्म में नहीं चल रहे एक दो खिलाड़ियों को छोड़कर ज्यादा छेड़छाड़ नहीं की। हम जहां भी गए हमने परिस्थितियों का अधिक से अधिक उपयोग किया। ’

कोहली ने कहा कि अंतिम एकादश का चयन हमेशा परिस्थितियों के आधार पर किया गया। उन्होंने कहा, ‘हम 20 विकेट लेने में सफल रहे क्योंकि हमने परिस्थितियों के हिसाब से खिलाड़ियों का चयन किया। बल्लेबाजी में हम अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाये और इसलिए हमें इंग्लैंड में हार झेलनी पड़ी।’ 

कोहली ने कहा कि अगले महीने के आस्ट्रेलिया दौरे से पहले निचले क्रम को अच्छा प्रदर्शन करना होगा।  उन्होंने कहा, ‘निचले क्रम के योगदान की बात की जाए तो घरेलू परिस्थितियों में हमने अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन हम वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला को एक मानदंड के रूप में लेना चाहते हैं जो कि हम स्थापित करना चाहते हैं।’ कोहली को एशिया कप में विश्राम दिया गया था और विश्राम के बाद अब वह फिर से अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए तैयार हैं। 

उन्होंने कहा, ‘मैं अब शारीरिक ओर मानसिक तौर पर तरोताजा महसूस कर रहा हूं। दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड दौरे के बाद मुझे विश्राम की जरूरत थी। लोग अमूमन कार्यभार की बात करते हैं लेकिन वे इसके पीछे के सिद्वांत को नहीं समझ पाते। वे मैचों की संख्या को कार्यभार मान लेते हैं।’ (इनपुट भाषा से भी)