केंद्र सरकार ने पाकिस्तान को दिया तरजीही राष्ट्र का दर्जा छीन लिया। इसके बाद पाकिस्तान से आयात के किए जाने वाले सामान पर टैक्स 200% कर दिया। पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर भी अलग-थलग करने के प्रयास किए जा रहे हैं। अब पाकिस्तानियों के शेयरों को बेचने की तैयारी है।