आरामको तेल कंपनी ड्रोन हमले से अमेरिका और सऊदी अरब को भारी नुकसान हुआ है। इस हमले की जिम्मेदारी यमन के अतिवादी हुती विद्रोहियों के प्रवक्ता यहया अस्सरीअ ने ली है। जिसे 'अंसारुल्लाह' के नाम से भी जाना जाता है। भारत में भी इसके खिलाफ एनआईए जांच कर रही है।