इस मामले सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम आने के बाद राज्य सरकार के प्रवक्ता ने समाचार को असत्य, भ्रामक एवं आधारहीन बताया। प्रवक्ता का कहना है कि विधायक ने भ्रामक रूप से तथ्यों को मुख्यमंत्री के साथ जोड़ा और ये अपराध है। राज्य सरकार ने साफ किया है कि विधायक उत्तराखंड जाने के लिए न तो मुख्यमंत्री ने और न ही राज्य सरकार द्वारा अधिकृत किया गया था। उन्होंने उत्तराखंड सरकार को झूठी खबर दी थी।