पीएम इमरान खान अपने लाव लश्कर के साथ अमेरिका पहुंच चुके हैं। इस यात्रा में उनके साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और पाकिस्तान सेना के बड़े अफसर भी गए हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी प्रधानमंत्री के साथ सेना के अफसर भी अमेरिका के दौरे पर गए हैं। इसका मतलब साफ है कि इमरान खान अमेरिका को आश्वस्त करना चाहते हैं कि पाकिस्तानी सेना आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर रही है। लेकिन इस यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पाकिस्तान पर डा. अफरीदी को जेल से रिहा करने के लिए दबाव बनाएंगे।