उत्तर प्रदेश की चुनावी सियासत में सड़क परियोजनाओं का अहम किरदार रहा है। 2017 के विधानसभा चुनावों में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगरा-लखनई ताज एक्सप्रेस वे के सहारे चुनावों में बाजी मारने की कवायद की थी। वहीं 2007 में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने यमुना एक्सप्रेस वे के सहारे चुनावी बाजी अपने पक्ष में करने की कवायद की थी।