काकोरी
(Search results - 5)NewsMar 6, 2024, 8:22 AM IST
Uttar Pradesh News: लखनऊ में दो मंजिले मकान में हुआ ब्लास्ट, 5 की मौत, 4 झुलसे, जाने कैसे हुआ धमाका
लखनऊ के काकोरी थानान्तर्गत हाता हजरत साहब इलाके में पांच मार्च की देर रात एक दो मंजिला मकान में शार्ट सर्किट से आग लग गई। जिसकी वजह से दो गैस सिलेंडर ब्लास्ट कर गए। इस हादसे में पति पत्नी समेत 5 लोगों की मौत हो गई। 4 लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं।
NewsFeb 27, 2019, 10:29 AM IST
कुछ याद करो कुर्बानी: आज है आजादी के नायक चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि
देश की आजादी और काकोरी कांड और 1929 बम कांड के नाम के नायक चंद्रशेखर आजाद की आज पुण्यतिथि है। आजाद बरतानवी पुलिस की हिटलिस्ट में थे। इतिहास के पन्नों उनके जीवन के बारे कई सच्चाई दर्ज नहीं हैं क्योंकि उस वक्त अंग्रेज सरकार थी और आजादी के बाद देश में बनी सरकारों ने भी उन्हें महत्व नहीं दिया और उनके बलिदान को भुला दिया। सच्चाई ये ही कि जब अल्फ्रेड पार्क में पुलिस और चंद्रशेखर आजाद के बीच फायरिंग चल रही थी तो आजाद ने किसी भी पुलिसकर्मी को अपनी गोली से निशाना नहीं बनाया क्योंकि वो भारतीय थे।
NewsDec 25, 2018, 12:14 PM IST
जानें क्यों और कहां..अमिताभ बच्चन खरीद रहे खेती के लिए जमीन
बच्चन परिवार ने मुजफ्फरनगर पलिया में पहले से ही दो बार जमीन खरीद कर फार्म हाउस बनवाया है। अमिताभ बच्चन ने 2014 को अपने नाम दो बीघा दो बिस्वा और बेटे अभिषेक बच्चन के नाम छह बीघा 10 बिस्वा खेतिहर जमीन खरीदी थी। इससे पहले 2010 में जया बच्चन के नाम पर 10 बीघा से ज्यादा जमीन खरीदी गई थी।
NewsDec 20, 2018, 2:18 PM IST
फैजाबाद जेल में जेल प्रशासन ने काकोरी कांड के शहीदों के साथ जिन्ना की फोटो लगाई
अंग्रेजी शासन के दौरान फैजाबाद जेल में अशफाक उल्ला खां को रखा गया था। फैजाबाद जेल में खां की याद में शहीद स्मारक बनाया गया है। कार्यक्रम के दौरान यहां पर देश की आजादी के शहीदों की फोटो लगाई गयी थी। इस कार्यक्रम में देश की आजादी के नायकों में शामिल बहादुर शाह जफर, मौलाना अब्दुल कलाम और टीपू सुल्तान की फोटो लगाई गयी थी। जबकि इन्हीं शहीदों के साथ मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो लगाई थी
NewsDec 19, 2018, 12:14 PM IST
काकोरी कांड : जिसने देश में क्रांतिकारियों के प्रति जनता का नजरिया बदल दिया था
आज के दिन को शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत को आजादी दिलाने के लिए राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। इन तीनों क्रांतिकारियों ने काकोरी कांड में शामिल होने के कारण फांसी पर चढ़ाया गया था।