डेयरी निधि से 50 हजार गांवों के 95 लाख दुग्ध उत्पादकों को फायदा होगा। इस योजना के तहत 126 लाख लीटर प्रतिदिन की अतिरिक्त दुग्ध प्रसंस्करण, 210 टन प्रतिदिन दुग्ध पावडर, 28000 ग्रामीण स्तर पर बल्क मिल्क कूलर के स्थापना से 140 लाख लीटर प्रतिदिन की दुग्ध फ्रीजन क्षमता हासिल की जाएगी होगी।