शुक्रवार यानी कल 5 अक्टूबर 2018 के दिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय कूटनीति ने बड़ी अहम परीक्षा पास कर ली। इसके बाद अब यह तय हो गया है, कि दक्षिण भारत में भारत एक निर्णायक शक्ति के रुप में उभर रहा है और जल्दी ही पूरे विश्व में उसकी दस्तक महसूस की जाने लगेगी।