Air condition Use: इन दिनों गर्मी की मार पूरा देश झेल रहा है। खासकर उत्तर भारत में जिस तरह से आसमान से आग बरस रही है, उसके आगे पंखे-कूलर बेकार साबित हो रहे हैं। ऐसे में गर्मी से निजात पाने का एकमात्र सहारा AC(Air condition) बचता है। Air condition का अर्थ ही हवा को शुद्ध और शीतल करना होता है। वर्तमान में Air conditioner का उपयोग लगभग हर चाैथे-पांचवे घर में हो रहा है। गर्मी में राहत देने वाली AC आपकी सेहत के लिए नुकसानदेय भी हो सकती है, क्या इसके बारे में आपने कभी सोचा है। क्योकि AC के कारण न सिर्फ क्लाईमेट चेंज से बहुत नुकसान होता है। AC नुकसानदायक होती है ये सब जानते हैं लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो इसके बिना एक पल भी नहीं रह पाते हैं। आईए बताते हैं कि जरूरत से ज्यादा AC के उपयोग से क्या नुकसान होने का खतरा रहता है?

AC का फटने का बढ़ जाता है खतरा
AC जितना आरामदायक होती है, उसकी केयरिंग भी बहुत जरूरी होती है। केयरिंग और सर्विसिंग के बिना AC के ब्लास्ट करने का खतरा बढ़ जाता है। यही वजह है कि इस तरह की घटनाएं आये दिन जानलेवा हादसे का रूप ले लेती हैं। पिछले दिनों यूपी के नोयडा की एक सोसायटी में एसी ब्लास्ट के कारण हुई एक बानगी मात्र है। इस तरह की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। 

जरूरत से ज्यादा AC चलने पर लग सकती है आग
यूपी के नोएडा के गौड़ सिटी-1 में 6 एवेन्यू में ग्राउंड फ्लोर पर एक फ्लैट में AC के अधिक यूज की वजह से शार्ट सर्किट हो गई, जिससे आग लग गई है। इस फ्लैट में एक महिला योगा क्लास चलाती थी, जिसमें बच्चे, बूढ़े और महिलाएं यहां पर योगा, ज़ुंबा, डांस सीखने आते थे। जिसके कारण यहां पर AC का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा हो रहा था। जरूरत से ज्यादा AC के इस्तेमाल से पहले AC से धुआं निकला और ब्लास्ट हो गया। जिससे आग की चपेट में पूरा फ्लैट आ गया। फ्लैट मालिक एक रेजिडेंशियल सोसाइटी में बिजिनेस एक्टिविटीज चला रहा था। जिसके चलते अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (AOA) ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से फ्लैट ऑनर के ख़िलाफ़ शिकायत की है, क्योंकि एक रेजिडेंशियल सोसाइटी में बिजिनेस एक्टिविटीज करना कानून अपराध है।

गर्मियों में कितना चलाना चाहिए AC?
उतना ही AC चलायें जितना कि आपका AC की कैपसिटी तय हो, क्योंकि वो भी एक इलेक्ट्रानिक मशीन ही और मशीनों को ज़रूरत से ज़्यादा चलाना ख़तरनाक साबित हो सकता है। यदि आपके पास भी कोई फ्लैट है और आपने उसे किराए पर दिया है तो ये बात अवश्य ध्यान रखें कि सोसाइटी में बनाये गए रूल्स एंड रेगुलेशन का उल्लंघन करना दिक्कत पैदा कर सकता है। 

 


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