सेविंग अकाउंट केवल पैसे जमा करने का तरीका नहीं है, बल्कि यह कई बेनिफिट्स भी प्रदान करता है। आज हम आपको बताएंगे सेविंग अकाउंट के लाभ और उससे जुड़ी सुविधाओं के बारे में।

Benefits of Savings Account: आज के समय में सेविंग अकाउंट (Saving Account) न केवल आपके पैसों को सेफ रखने का साधन है, बल्कि यह कई अन्य सुविधाएं और फायदे भी देता है। चाहे आप नौकरीपेशा हों, बिजनेसमैन या हाउसवाइफ, सेविंग अकाउंट आपकी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के लिए जरूरी है। आइए समझते हैं सेविंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?

पैसे चोरी होने का डर नहीं

सेविंग एकाउंट आपके डेली रूटीन के खर्चों और शॉर्ट टर्म फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करने में काम आता है। सेविंग एकाउंट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि पैसों के चोरी होने का रिस्क नहीं होता। घर में नकद रखने की तुलना में सेविंग एकाउंट में पैसे रखना ज्यादा सेफ होता है। इसके अलावा बैंकिंग एप्स और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए आप अपने अकाउंट को कहीं से भी एक्सेस कर सकते हैं।

ब्याज कमाने का जरिया

सेविंग अकाउंट में जमा रकम पर बैंक ब्याज देता है। आमतौर पर 2.60 प्रतिशत से 8.00 फीसदी तक ब्याज मिलता है, जो एकाउंट के बैलेंस और बैंक की पॉलिसी पर डिपेंड करता है। भले ही यह निवेश के लिए नहीं होता, लेकिन जमा पैसों पर मिलने वाला ब्याज सेविंग एकाउंट का अट्रैक्ट करने वाला फीचर है।

जब चाहें, पैसे निकालें

सेविंग अकाउंट से आप कभी भी पैसे निकाल सकते हैं। डेबिट कार्ड के जरिए आप पूरे देश में कहीं भी पैसे निकाल सकते हैं। चेक बुक और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से जरूरत के समय पैसे ट्रांसफर करना आसान है।

बिल पेमेंट और ऑटोमेटेड सर्विसेज

आपका सेविंग अकाउंट कई बिलों का भुगतान आसान बना देता है। मोबाइल बिल, बिजली बिल, या अन्य सब्सक्रिप्शन का भुगतान सीधे अकाउंट से हो सकता है। नेट बैंकिंग और UPI का यूज कर आसानी से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।

इंश्योरेंस और अन्य लाभ

कुछ बैंक सेविंग अकाउंट के साथ अतिरिक्त फायदे देते हैं। पर्सनल एक्सीडेंट या डेथ बेनिफिट जैसी सुविधाएं मिलती हैं। बैंक के लॉकर का यूज करने पर रियायत मिलती है।

सीनियर सिटीजन के लिए विशेष फायदे

सीनियर सिटीजन को उनके सेविंग अकाउंट पर अधिक ब्याज दर का लाभ मिलता है। कुछ बैंकों में सीनियर सिटीजन के लिए न्यूनतम बैलेंस की जरूरत नहीं होती।

जीरो बैलेंस अकाउंट का विकल्प

कई बैंक अब जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट की सुविधा देते हैं। इसमें न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की बाध्यता नहीं होती। जन धन योजना जैसे सरकारी प्रोग्राम के तहत जीरो बैलेंस अकाउंट खुलवाए जा सकते हैं।

शॉर्ट टर्म सेविंग्स के लिए बेस्ट

सेविंग अकाउंट का मुख्य मकसद शॉर्ट टर्म फाइनेशियल जरूरतों को पूरा करना है। किसी भी समय पैसे जमा करने के अलावा निकाला भी जा सकता है। इमरजेंसी के समय यह काफी काम आता है।

बच्चों और युवाओं के लिए फायदेमंद

बच्चों और छात्रों के लिए भी सेविंग अकाउंट फायदेमंद साबित हो सकता है। यह उन्हें फाइनेंशियल लिटरेसी के गुर सिखाता है। कुछ बैंक बच्चों और युवाओं के लिए विशेष सेविंग अकाउंट योजनाएं पेश करते हैं।

अतिरिक्त सेवाएं

सेविंग अकाउंट के साथ मिलने वाली अतिरिक्त सेवाएं इसे और भी यूजफूल बनाती हैं। स्टॉक्स और म्यूचुअल फंड्स में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट लिंक किया जा सकता है। सेविंग अकाउंट के आधार पर बैंक क्रेडिट कार्ड भी ऑफर करते हैं।

सेविंग अकाउंट को एक्टिव कैसे रखें?

एक्टिव सेविंग अकाउंट बनाए रखने के लिए समय-समय पर पैसे जमा या निकासी करते रहें। इससे आपका एकाउंट एक्टिव रहता है। लंबे समय तक एकाउंट का यूज न होने से यह निष्क्रिय हो सकता है।

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