Cyber Crime: आज की बदलती दुनिया में सब कुछ बदल रहा है। यही वजह है कि अब अपराध करने का तरीका भी बदलता जा रहा है। साइबर क्रिमिनलों ने लोगों को ठगने का एक नया तरीका खोज निकाला है, जिसे पार्सल स्कैम (Parcel Scam) कहा जाता है। क्या आपको पता है कि पार्सल स्कैम किसे कहते हैं। इसके करने का क्या तरीका है और इससे अपने को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। अगर नहीं तो चलिए हम बताते हैं। 

Parcel Scam: साइबर क्रिमिनल कैसे बनाते हैं शिकार?
साइबर क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। साइबर क्रिमिनल इन दिनों पार्सल स्कैम के जरिए ठगी का कारोबार कर रहे हैं। साइबर ठग कुरियर कंपनी और कुरियर वालों का  इस्तेमाल कर ले रहे हैं और उन्हें इसकी भनक तक नहीं लगती। साइबर क्रिमिनल पार्सल भेजने वाले यूजर्स का डिटेल कोरियर कंपनी से चुराकर ठगी करते हैं। उसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि जो यूजर्स अपने पार्सल वाले कवर को ऐसे ही किसी जगह पर फेंक देते हैं, तो साइबर क्रिमिनल इसका इस्तेमाल करते हैं। कई बार साइबर क्रिमिनल यूजर्स की जानकारी को कुरियर कंपनी या ई-कॉमर्स कंपनी के जरिए भी चुरा लेते हैं।

Parcel Scam: कूरियर कंपनियों के जरिए करते हैं डेटा चोरी
इस तरह से साइबर क्रिमिनल जैसे ही किसी की जानकारी पाते है, उसे अपने स्कैम में फंसाने पर काम शुरू कर देते हैं। कई बार साइबर क्रिमिनल कुरियर कंपनी की तरफ से या कुरियर बाय बनकर लोगों को फोन कॉल करते हैं। इसके बाद साइबर ठग किसी बहाने से बैकिंग जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं।

Parcel Scam: पार्सल स्कैम से बचने के क्या है उपाय?
साइबर क्रिमिनलों के पार्सल स्कैम से बचने के लिए आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी ऑनलाइन कुछ ऑर्डर करें तो उसकी डिटेल कम से कम लोगों को हो। किसी भी अनजान शख्स के साथ अपने ऑनलाइन ऑर्डर की डिटेल शेयर न करें। ऑनलाइन ऑर्डर लेने के बाद प्रोडक्ट के कवर को किसी भी जगह पर न फेंके। प्रोडक्ट के कवर पर छपी डिटेल को नष्ट कर दें। यदि कोई कुरियर कंपनी या कुरियर वाला बनकर बैकिंग डिटेल मांगे तो बिल्कुल न बताएं। 


ये भी पढ़ें...
Lok Sabha election 2024 Phase 4: यूपी के इस गांव में अभी भी है सिर्फ वोट की स्वतंत्रता- हर घर में खौफ का साया