Driving License Rules: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे अब नए लाइसेंस के लिए अप्लाई करना और भी आसान हो गया है। अब जिन लोगों को नए ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता है, उन्हें क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) में जाकर टेस्ट देने की जरूरत नहीं होगी। इसके बजाय वे किसी प्राइवेट ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर या ड्राइविंग स्कूल में जाकर टेस्ट दे सकते हैं और ड्राइविंग योग्यता सार्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं।

DL के नए रूल की क्या हैं विशेषताएं?

1. RTO में टेस्ट देने की अनिवार्यता समाप्त: अब नए ड्राइविंग लाइसेंस के लिए RTO में जाकर टेस्ट देने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके स्थान पर, आप किसी मान्यता प्राप्त निजी ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में जाकर टेस्ट दे सकते हैं।

2. ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर की भूमिका: ये निजी ट्रेनिंग सेंटर ड्राइविंग टेस्ट लेकर ड्राइविंग सर्टिफिकेट जारी करने की अनुमति प्राप्त करेंगे। इससे आरटीओ में होने वाली कालाबाजारी और दलालों को मिलने वाले कमीशन पर भी अंकुश लगेगा।

3. आवेदन प्रक्रिया में बदलाव: आप ड्राइविंग लाइसेंस के लिए https://parivahan.gov.in/ पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, जो लोग मैन्युअल प्रक्रिया को प्राथमिकता देते हैं, वे अब भी RTO जाकर आवेदन कर सकते हैं।

ड्राइविंग लाईसेंस बनवाने में कितनी लगती है फीस?

  • 1. लर्नर लाइसेंस (फॉर्म 3): 150 रुपये
  • 2. लर्नर लाइसेंस टेस्ट (या दोबारा टेस्ट): 50 रुपये
  • 3. ड्राइविंग टेस्ट (या दोबारा टेस्ट): 300 रुपये
  • 4. ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना: 200 रुपये
  • 5. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट: 1000 रुपये
  • 6. लाइसेंस में एक और वाहन कैटेगरी जोड़ना: 500 रुपये
  • 7. ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूवल: 200 रुपये
  • 8. लेट से रिन्यूवल (ग्रेस पीरियड के बाद): 1300 रुपये
  • 9. ड्राइविंग इंस्ट्रक्शन स्कूल के लिए डुप्लीकेट लाइसेंस: 5000 रुपये
  • 10. लाइसेंसिंग प्राधिकरण के आदेशों के खिलाफ अपील: 500 रुपये
  • 11. ड्राइविंग लाइसेंस में पता या अन्य डिटेल बदलना: 200 रुपये

नाबालिगों के लिए क्या हैं नियम?
नए नियमों के तहत, यदि कोई नाबालिग तेज़ गति से गाड़ी चलाते पकड़ा जाता है, तो उस पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा नाबालिग के पिता को भी 25,000 रुपये का चालान भुगतना पड़ सकता है और उन्हें जेल भी हो सकती है। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि ऐसे मामलों में वाहन का रजिस्ट्रेशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा और नाबालिग 25 साल की उम्र तक लाइसेंस के लिए अयोग्य होगा।

ड्राइविंग लाईसेंस बनवाने के रूल को बनाया गया पारदर्शी
ये नए नियम ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए लागू किए गए हैं, जिससे न केवल लोगों का समय बचेगा बल्कि RTO में होने वाली धांधली पर भी रोक लगेगी। अगर आप ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की सोच रहे हैं, तो अब ये काम पहले से कहीं आसान हो गया है।


 
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