GST Collection: फरवरी 2025 में भारत का सकल GST कलेक्शन 1.84 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.1% अधिक है। नेट GST कलेक्शन 8.1% बढ़कर 1.63 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह आर्थिक सुधार के संकेत देता है, लेकिन क्या महाकुंभ 2025 का प्रभाव मार्च महीने के रेवेन्यू पर पड़ेगा?

फरवरी 2025 में बढ़ा GST कलेक्शन: क्या कारण हैं?

  • GST कलेक्शन में वृद्धि को विशेषज्ञ आर्थिक सुधार, घरेलू उपभोग में वृद्धि और प्रभावी कर नीतियों का नतीजा मान रहे हैं।
  • घरेलू लेनदेन से राजस्व 10.2% बढ़कर 1.42 लाख करोड़ रुपये हो गया।
  • आयात से GST कलेक्शन में 5.4% की वृद्धि हुई।
  • GST रिफंड में 17.3% की बढ़ोतरी हुई, जो 20,889 करोड़ रुपये तक पहुंचा।
  • विशेषज्ञों का मानना है कि "आत्मनिर्भर भारत" नीति ने घरेलू उत्पादन और खपत को बढ़ावा दिया है।

राज्यवार GST संग्रह में वृद्धि किन राज्यों में दिखी?

  • सबसे अधिक वृद्धि: महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और हरियाणा (10-20% तक बढ़ोतरी)।
  • कम वृद्धि: तेलंगाना, गुजरात, असम, आंध्र प्रदेश और ओडिशा (1-4% वृद्धि)।
  • विशेषज्ञों के अनुसार, इन राज्यों में औद्योगिक गतिविधि और व्यापारिक लेन-देन में बढ़ोतरी से GST राजस्व में वृद्धि हुई है।

क्या महाकुंभ 2025 का प्रभाव मार्च के GST कलेक्शन में दिखेगा?

  • महाकुंभ 2025 दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जहां करोड़ों लोग प्रयागराज में गंगा स्नान और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं।

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GST कलेक्शन में विशेषज्ञों का अनुमान

  • बढ़ा हुआ पर्यटन और स्थानीय व्यय उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों में GST संग्रह को बढ़ावा देगा।
  • होटल, यात्रा, परिवहन, खाद्य और खुदरा व्यापार में उछाल से राजस्व वृद्धि हो सकती है।
  • मार्च 2025 में GST संग्रह में और बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है।
  • KPMG और Deloitte के कर विशेषज्ञों का मानना है कि महाकुंभ का आर्थिक प्रभाव जीएसटी संग्रह में अहम भूमिका निभाएगा।

क्या जनवरी की तुलना में फरवरी में GST कलेक्शन कम हुआ?

  • फरवरी 2025 का GST संग्रह 1.84 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि जनवरी 2025 में यह 1.96 लाख करोड़ रुपये था।
  • मतलब, फरवरी में GST संग्रह थोड़ा कम रहा।
  • हालांकि, यह गिरावट अपेक्षित थी क्योंकि फरवरी में आमतौर पर व्यावसायिक गतिविधियां जनवरी की तुलना में धीमी रहती हैं।

मार्च 2025 में GST संग्रह कैसा रहेगा?
GST कलेक्शन में विशेषज्ञों की भविष्यवाणी

  • महाकुंभ 2025 से उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में GST कलेक्शन बढ़ सकता है।
  • व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि से मार्च का GST संग्रह जनवरी से भी अधिक हो सकता है।
  • सरकार के डिजिटल टैक्स मॉनिटरिंग और E-Way बिल प्रणाली से कर चोरी में कमी आई है, जिससे संग्रह में मजबूती आएगी।

क्या महाकुंभ 2025 GST कलेक्शन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा?

  • फरवरी 2025 में GST संग्रह 1.84 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा, जो आर्थिक मजबूती को दर्शाता है।
  • महाकुंभ 2025 से मार्च के जीएसटी रेवेन्यू में उछाल आने की संभावना है।
  • घरेलू खपत और व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि से आने वाले महीनों में जीएसटी संग्रह मजबूत बना रहेगा।

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