Indian diplomatic victory: भारत की कूटनीति का लोहा पूरा विश्व मानता है। इसका ताजा उदाहरण 9 मई को तब देखने को मिला जब इजारईली जहाज में 13 अप्रैल से कैद 17 नागरिकों में से 5 नागरिकों को ईरान सरकार ने सकुशल छोड़ दिया। इसे भारत की कूटनीतिक जीत मानी जा री है। भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि की है। इस तरह से अब तक 6 भारतीय नागरिकों की सुरक्षित रिहाई हो चुकी है। 11 नागरिकों को रिहा कराने का प्रयास विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से लगातार जारी है।

 

शिप UAE से 13 अप्रैल को आ रह था भारत 
12 अप्रैल को होर्मुज स्ट्रेट के रास्ते भारत आ रहे इजराइली अरबपति की कंपनी के एक जहाज MCS एरीज को ईरान की सेना ने कब्जे में ले लिया था। जिसमें 17 भारतीय नागरिक सवार थे। ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडो UAE से रवाना हुए जहाज पर हेलिकॉप्टर से उतरे थे। ईरान ने आरोप लगाया था कि शिप बिना इजाजत उनके इलाके से गुजर रहा था। इस घटना के बाद ईरान और इजराइल के बीच तनाव और बढ़ गया था। घटना के अगले दिन 14 अप्रैल को ईरान ने इजराइल पर हमला कर दिया था।

ईरान ने रिहा किए कुल 7 क्रू मेंबर 
इजरायल से जुड़े मालवाहक जहाज को 13 अप्रैल को ईरान ने जब्त कर लिया था। ईरान ने पुर्तगाल के झंडे वाले जहाज एमएससी एरीज के चालक दल के 7 सदस्यों को रिहा कर दिया है। पुर्तगाल के विदेश मंत्रालय ने बताया कि मुक्त किए गए लोगों में 5 भारतीय, एक फिलिपींस का नागरिक और एक एस्टोनियाई नागरिक शामिल है। इस कंटेनर जहाज का इजरायल के साथ संबंध होने के कारण ईरान ने इसे जब्त किया था। पुर्तगाल ने जब्त किए गए जहाज से चालक दल के 7 सदस्यों की रिहाई का स्वागत किया है। भारतीय दूतावास ने ईरानी अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया है। 


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