Passport Application Service Closed: पासपोर्ट बनवाने की योजना बना रहे लोगों के लिए एक जरूरी खबर है। 29 अगस्त की रात 8 बजे से लेकर 2 सितंबर की सुबह तक पासपोर्ट डिपार्टमेंट का पोर्टल बंद रहेगा, जिसके चलते 5 दिन तक अपॉइंटमेंट नहीं मिल पाएंगे। अगर आपने पहले से अपॉइंटमेंट बुक किया हुआ है और वह 30 अगस्त से 2 सितंबर के बीच का है, तो आपको उसे किसी अन्य डेट के लिए रीशेड्यूल करना होगा। यह समस्या केवल दिल्ली के अप्लीकेंट तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पूरे देश में इसके चलते लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।

पासपोर्ट पोर्टल सर्विस बंद होने से क्या-क्या होगा प्रभावित?
पासपोर्ट डिपार्टमेंट ने जानकारी दी है कि टेक्निकल प्रॉब्लम के चलते पोर्टल को 5 दिन के लिए बंद किया जा रहा है। इस बंदी का प्रभाव पासपोर्ट सर्विस सेंटरों, क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों, पुलिस वेरीफिकेशन प्राॅसेस और विदेश मंत्रालय में होने वाले कामकाज पर भी पड़ेगा। विभाग ने पहले ही सभी आवेदकों को ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने के बारे में सूचित कर दिया था, ताकि उन्हें इस असुविधा का सामना न करना पड़े।

 

इन लोगों को डेट करनी पड़ेगी रीशेड्यूल
पोर्टल बंदी के दौरान नए पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की सुविधा नहीं होगी। अगर किसी ने इस दौरान अपॉइंटमेंट ले लिया है, तो वे इसे नई डेट पर रीशेड्यूल कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें नया अपॉइंटमेंट नहीं लेना पड़ेगा।

भारत में कितने प्रकार के होते हैं पासपोर्ट?
हमारे देश में 3 प्रकार के पासपोर्ट बनाए जाते हैं।  

1. नीला कवर पासपोर्ट (Blue Cover Passport): यह साधारण पासपोर्ट है, जिसे ऑर्डनरी पासपोर्ट भी कहा जाता है, जो किसी भी भारतीय नागरिक को जारी किया जा सकता है।
2. मैरून कवर पासपोर्ट (Maroon Cover Passport): यह राजनयिक पासपोर्ट (Diplomatic Passport) है, जो भारत सरकार द्वारा अधिकृत राजनयिकों और अधिकारियों को जारी किया जाता है।
3. ग्रे कवर पासपोर्ट (Grey Cover Passport): यह आधिकारिक पासपोर्ट (Official Passport ) है, जो विदेश में प्रतिनियुक्त सरकारी कर्मचारियों या ऑफिसियल असाइनमेंट पर सरकार द्वारा विशेष रूप से अधिकृत किसी अन्य व्यक्ति को जारी किया जाता है।

इन दिनों में अप्लीकेंट जरूर कर लें ये काम
पासपोर्ट सर्विस पोर्टल के इस बंदी के दौरान आवेदकों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए समय रहते अपने अपॉइंटमेंट को रीशेड्यूल कर लेना चाहिए।

 


ये भी पढ़ें...
अमेठी के 8 रेलवे स्टेशनों को मिली नयी पहचान, अब इन महापुरुषों और देव स्थलों के नाम से होंगे मशहूर