Ration Card Rule Changed: भारत सरकार देश के गरीब और जरूरतमंद नागरिकों को राशन कार्ड के जरिए कम कीमत पर अनाज उपलब्ध कराती है। लेकिन हाल ही में राशन कार्ड धारकों के लिए सरकार ने एक नया नियम लागू किया है, जिसमें चावल और गेहूं की मात्रा में बदलाव किया गया है। यह बदलाव 1 नवंबर से लागू हो चुका है। आइए, जानते हैं कि नए नियम के तहत क्या-क्या बदलाव किए गए हैं।

नए नियमों के मुताबिक-कितना मिलेगा गेहूं और चावल

सरकार ने 1 नवंबर 2023 से राशन कार्ड धारकों के लिए राशन की मात्रा में बदलाव किया है। पहले राशन कार्ड धारकों को चावल और गेहूं अलग-अलग मात्रा में उपलब्ध कराया जाता था, लेकिन अब इसे बराबर कर दिया गया है। पहले कार्ड धारकों को 3 किलो चावल और 2 किलो गेहूं दिया जाता था। नए नियम के अनुसार, अब राशन कार्ड पर 2 किलो की जगह ढाई किलो गेहूं और 3 किलो की जगह ढाई किलो चावल मिलेगा। यानी अब दोनों अनाज की मात्रा को समान कर दिया गया है।

अंत्योदय कार्ड धारकों के लिए क्या बदला?

अंत्योदय अन्न योजना के तहत उन परिवारों को राशन कार्ड जारी किया जाता है, जो बहुत गरीब और जरूरतमंद होते हैं। इस योजना के तहत अब राशन की मात्रा में बदलाव किया गया है। पहले अंत्योदय कार्ड पर 14 किलो गेहूं और 30 किलो चावल दिया जाता था। अब अंत्योदय कार्ड धारकों को 18 किलो चावल और 17 किलो गेहूं दिया जाएगा।

ई-केवाईसी की लास्ट डेट 31 दिसंबर

राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया गया है। ई-केवाईसी की प्रॉसेस पूरी होने के बाद सरकार का जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने का मकसद पूरा हो सकेगा। दरअसल, ई-केवाईसी से सरकार को हर बेनिफिशियरी का रिकॉर्ड रखने में मदद मिलती है और इससे नकली राशन कार्ड धारकों की पहचान करना आसान हो जाता है। पहले ई-केवाईसी की आखिरी तारीख 1 सितंबर थी, जिसे बढ़ाकर 1 नवंबर किया गया। अब इसे फिर से बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया गया है। 31 दिसंबर तक ई-केवाईसी नहीं कराने वाले राशन कार्ड धारकों का राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा।

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