लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने संस्कृत विद्यालयों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए छात्रवृत्ति योजना शुरू की है। ताकि संस्कृत विद्यालयों में पढ़ रहे आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को आर्थिक सहायता दी जा सके। अक्सर जानकारी के अभाव में स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप का लाभ नहीं उठा पाते हैं। आइए जानते हैं, इस स्कॉलरशिप के तहत क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं और इसके लिए आवेदन कैसे करें?

किसको-कितनी स्कॉलरशिप?

संस्कृत विद्यालय के स्टूडेंट्स को क्लासेज के आधार पर अलग-अलग स्कॉलरशिप दी जाती है।
कक्षा 6 से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक के छात्र इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। 
6वीं क्लास के स्टूडेंट को 600 रुपये और कक्षा 8 के विद्यार्थी को 900 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति। 
9वीं क्लास के स्टूडेंट को 1200 रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप।
कक्षा 11 और 12 के छात्र और छात्राओं को 1800 रुपये प्रतिमाह
ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए दो किस्तों में 3000 रुपये प्रतिवर्ष।

कैसे करें आवेदन?

उत्तर प्रदेश में संचालित किसी भी संस्कृत विद्यालय में पढ़ने वाला छात्र इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकता है। आवेदन के लिए आधार कार्ड, स्कूल सर्टिफिकेट, एजूकेशनल सर्टिफिकेट, बैंक पासबुक और एक्टिव मोबाइल नंबर होना चाहिए। आवेदक के फॉर्म के वेरिफिकेशन के बाद पात्र स्टूडेंट्स के बैंक एकाउंट में स्कॉलरशिप की धनराशि ट्रांसफर की जाती है। यह पूरा प्रॉसेस ऑनलाइन है, ताकि स्टूडेंट्स को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

क्या कहते हैं अधिकारी?

शिक्षा विभाग के अफसरों के मुताबिक, संस्कृत भाषा के महत्व को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक छात्रों को जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह योजना सभी पात्र छात्रों को प्रॉयरिटी के आधार पर लाभ पहुंचाती है, जिससे सभी छात्रों को आर्थिक सहायता मिल सके और वह अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। आपको बता दें कि यह योजना न केवल छात्रों के पढ़ाई के खर्चे को कम करती है, बल्कि संस्कृत भाषा और शिक्षा के प्रति भी लोगों को जागरूक करने में सहायक है। यदि आप यूपी के किसी संस्कृत विद्यालय में पढ़ते हैं और स्कॉलरशिप के लिए पात्र हैं, तो जल्दी से इस योजना का लाभ उठाएं।

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