रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने UPI इंटरऑपरेबल कैश डिपॉजिट (ICD) सुविधा की शुरुआत की है, जिससे ग्राहक अब UPI का उपयोग करके कैश डिपॉजिट मशीन (CDM) के जरिए ATM में कैश जमा कर सकेंगे। जानें पूरी प्रक्रिया और लाभ।
Cash Deposited Rules: अगर आप मर्चेंट पेमेंट, मनी ट्रांसफर या शॉपिंग के लिए UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए एक शानदार खबर है। जल्द ही UPI का उपयोग कर कैश डिपॉजिट मशीन (CDM) के जरिए ATM में नकद जमा करना भी संभव हो जाएगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर ने ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (GFF) में UPI इंटरऑपरेबल कैश डिपॉजिट (ICD) सुविधा को लॉन्च किया है, जिससे ग्राहकों के लिए नकद जमा करना और भी सरल और सुविधाजनक हो जाएगा।
क्या है UPI आधारित कैश डिपॉजिट सुविधा?
इस नई सुविधा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके लिए ग्राहकों को ATM कार्ड की आवश्यकता नहीं होगी। ग्राहक कैश रिसाइकलर मशीन का उपयोग कर अपने बैंक एकाउंट में नकद जमा कर सकते हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के अनुसार यह सुविधा धीरे-धीरे बैंकों और व्हाइट लेबल ATM ऑपरेटर्स (WLAO) के एटीएम पर उपलब्ध होगी, जिससे ग्राहक आसानी से इसका लाभ उठा सकेंगे।
ग्राहकों के लिए फायदे
UPI आधारित कैश डिपॉजिट सुविधा से ग्राहकों को कई प्रकार के लाभ मिलेंगे। अब उन्हें पैसे जमा करने के लिए बैंक जाने की या कैश डिपॉजिट मशीन पर लंबी कतारों में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी। ग्राहक अपने नजदीकी ATM में कभी भी जाकर अपना पैसा जमा कर सकेंगे। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि ग्राहकों को एक आसान और सुरक्षित तरीका भी मिलेगा।
कैसे काम करेगा यह नया फीचर?
इस सुविधा का उपयोग करने के लिए ग्राहक को UPI सपोर्ट करने वाली कैश डिपॉजिट मशीन (CDM) पर जाना होगा और 'UPI कैश डिपॉजिट' का विकल्प चुनना होगा। इसके बाद मशीन की स्क्रीन पर एक QR कोड प्रदर्शित होगा, जिसे ग्राहक को अपने UPI ऐप के जरिए स्कैन करना होगा।
QR कोड स्कैन करने के बाद क्या करें?
QR कोड स्कैन करने के बाद ग्राहक को नकद जमा करने के लिए मशीन में करेंसी नोटों को वेंट में डालना होगा। मशीन जमा राशि की गणना करेगी और UPI ऐप पर दिखाई देगी। सत्यापन के बाद, ग्राहक को UPI पिन दर्ज करना होगा और नकद जमा हो जाएगी। इसके बाद मशीन से जमा की रसीद प्राप्त होगी।
कैश डिपॉजिट प्रॉसेस पर क्या पड़ेगा प्रभाव?
UPI आधारित कैश डिपॉजिट सुविधा से न केवल कैश डिपॉजिट की प्रक्रिया सरल हो जाएगी, बल्कि यह डिजिटल लेनदेन को भी बढ़ावा देगी। इस सुविधा के शुरू होने से ग्राहकों को बैंकों में लंबी कतारों से छुटकारा मिलेगा और नकद जमा करना बेहद आसान हो जाएगा। NPCI का कहना है कि यह सुविधा जल्द ही सभी बैंकों के साथ-साथ व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर्स के लिए भी उपलब्ध होगी, जिससे पूरे देश में लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।
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Last Updated Sep 2, 2024, 5:36 PM IST