नई दिल्ली। Zomato लिमिटेड के शेयर में सोमवार को 4% की उछाल आ, जो अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, यह एक मीडिया रिपोर्ट के बाद हुआ कि ज़ोमैटो और गैर-सूचीबद्ध स्विगी दोनों ने बेंगलुरु और दिल्ली जैसे प्रमुख बाज़ारों में अपने प्लेटफ़ॉर्म शुल्क को पिछले 5 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया है। ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Zomato के शेयर में 4% की उछाल आया, जो BSE पर 232 रुपये के हाईएस्ट लेवल पर पहुंच गया। अप्रैल में ज़ोमैटो ने बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई, लखनऊ और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र जैसे शहरों में अपने प्लेटफ़ॉर्म शुल्क को पहले ही 4 रुपये से बढ़ाकर 5 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया था।

पहले कितनी भी जोमैटो और स्विगी की प्लेटफार्म फीस?
शुरुआत में Zomato और Swiggy ने पिछले साल 2 रुपये प्रति ऑर्डर का प्लेटफ़ॉर्म फीस पेश किया था। Swiggy बेंगलुरु में 7 रुपये के प्लेटफ़ॉर्म फीस के साथ भी प्रयोग कर रही है, जिसे वर्तमान में 6 रुपये पर छूट दी गई है। एलारा सिक्योरिटीज ने Q1 अर्निंग प्रिव्यू नोट में अनुमान लगाया कि ज़ोमैटो जून तिमाही के लिए कुल 3,960 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज करेगा, जो कि इसके फूड डिलेवरी और इंस्टेंट कामर्स बिजिनेस में निरंतर ग्रोथ के कारण साल-दर-साल 63.9% की ग्रोथ किया है। 

लोकसभा चुनाव के दौरान प्रभावित हुई थी मार्केट
हालांकि मई 2024 में हीटवेव, टियर के कारण मार्केट में डिलीवरी पार्टनर्स की कमी और ऑर्डर वॉल्यूम को प्रभावित करने वाले आम लोकसभा चुनावों के कारण ज़ोमैटो के लिए कुछ मंदी देखी गई, कंपनी ने जून में एक उछाल देखा जो निकट भविष्य में जारी रहने की उम्मीद है। ICICI सिक्योरिटीज का अनुमान है कि जून तिमाही में फूड डिलीवरी के लिए ज़ोमैटो का ग्रास ऑर्डर मूल्य (GOV) साल-दर-साल 22.9% बढ़ेगा। यह उम्मीद करता है कि फूड के लिए एवरेज ऑर्डर वैल्यू (AOV) सिक्वेंसनल रूप से स्थिर रहेगा और साल-दर-साल 2% बढ़ेगा।

Zomato को लेकर फ्यूचर का क्या है रेवेन्यू ऑकलन?
Zomato की क्विक कॉमर्स ब्रांच, ब्लिंकिट को अडजेस्टेड रेवेन्यू में 26% तिमाही-दर-तिमाही या साल-दर-साल 153% की ग्रोथ देखने की उम्मीद है। Zomato के बिजनेस-टू-बिजनेस सप्लाई सेगमेंट, हाइपरप्योर को Q1FY25E में अपने अडजेस्टेड रेवेन्यू में तिमाही-दर-तिमाही 15.7% या साल-दर-साल 78% की वृद्धि का अनुमान है। कुल मिलाकर ICICI सिक्योरिटीज का अनुमान है कि Zomato  का अडजेस्टेड रेवेन्यू तिमाही-दर-तिमाही 14% (साल-दर-साल 59%) बढ़ेगा, जबकि अडजेस्टेड EBITDA मार्जिन में सुधार होगा और यह अडजेस्टेड रेवेन्यू का 7.9% हो जाएगा, जो कि Q3FY24 में 5.01% और Q1FY24 में 0.4% था। ब्रोकरेज ने Q1FY25 में 350 करोड़ रुपये का अडजेस्टेड  EBITDA प्रोजेक्ट किया है, जबकि Q4FY24 में यह 190 करोड़ रुपये था।

 


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