नई दिल्ली। Zomato के CEO दीपिंदर गोयल ने हाल ही में घोषणा की है कि कंपनी अपने प्लैटफ़ॉर्म से आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा जनरेट की गई खाने और डिश की तस्वीरें हटाने का निर्णय ले रही है। यह घोषणा माइक्रोब्लॉगिंग साइट X  (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर की गई। गोयल ने बताया कि ज़ोमैटो को AI द्वारा जनरेट की गई तस्वीरों के बारे में कई कस्टमर शिकायतें मिली हैं, जो यूजर्स को गुमराह कर रही थीं।

Zomato CEO ने निर्णय के पीछे क्या बताई वजह?
गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के इमेज का यूज कस्टमर और रेस्तरा के बीच विश्वास को कमजोर करता है, जिससे रिफ़ंड मामलों में वृद्धि और कस्टमर रेटिंग में कमी आ रही है। उन्होंने रेस्तरा भागीदारों से अपील की कि वे अपने मेनू में पकवानों की ओरिजनल इमेज का ही यूज करें और AI जनरेटेड इमेज से बचें। इसके साथ ही Zomato इस महीने के अंत तक ऐसी इमेजेज को मेनू से हटाने का काम शुरू करेगा।

 

CEO दीपिंदर गोयल ने रेस्टोरेंट मालिकों से क्या की रिक्वेस्ट?
Zomato के CEO दीपिंदर गोयल ने लिखा कि रेस्टोरेंट मालिक - अगर आपने अभी तक अपने मेनू के लिए असली खाने की तस्वीरें नहीं खरीदी हैं, तो कृपया catalogue@zomato.com पर फोटो शूट शेड्यूल करने के लिए हमारी कैटलॉग सहायता टीम से संपर्क करें। यह आपको पास-थ्रू कास्ट के रूप में दिया जाता है। इस प्रॉसेस के तहत ज़ोमैटो कोई पैसा नहीं कमाता है। कृपया ध्यान दें कि यह बैन हमारी मार्केटिंग टीम पर भी लागू होता है - उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे मार्केटिंग उद्देश्यों के लिए AI जनरेटेड इमेजेज का यूज न करें।

दीपिंदर गोयल के फैसले की हो रही सराहना
गोयल की इस घोषणा के बाद X पर कई यूजर्स ने इस फैसले की सराहना की। एक यूजर ने लिखा, "बहुत बढ़िया दीपिंदर, यह मेरी सबसे बड़ी परेशानी रही है। आप जो खाना खरीदते हैं, वह कभी भी तस्वीरों जैसा नहीं दिखता।" दूसरे ने इस निर्णय को बहुत सही कदम बताया। Zomato का यह कदम कस्टमर्स और रेस्तरा के बीच के विश्वास को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


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