लखनऊ
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव(UP Vidhansabha Election)  के नजदीक आते ही अलग अलग दलों के नेताओं का अपनी पार्टी को बदलने का सिलसिला तेज हो गया है। इसी के चलते बुधवार सपा के खेमे से कई बड़े नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। चुनाव से पहले इन नेताओं का बीजेपी में शामिल होना सपा को एक बड़ा झटका दे सकता है। बीजेपी में शामिल होने वाले इन नेताओं में चार एमएलसी हैं, जिन्होंने अब सपा छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। आपको बता दें कि बीजेपी में समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के चार एमएलसी नरेन्द्र भाटी, सीपी चंद्र, रविशंकर सिंह और रमा देवी निरंजन शामिल हुए हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह(Swatantra dev singh), उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा की मौजूदगी में इन नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाई गई है।

यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव(2022 UP Election) से पहले बीजेपी ने अखिलेश के समाजवादी गढ़ में बड़ी सेंध लगा दी है। समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के चार एमएलसी बुधवार को भारतीय जनता पार्टी(Bhartiye Janta Party) में शामिल हो गए। बलिया के एमएलसी(MLC) व पूर्व पीएम चंद्रशेखर के पोते रविशंकर ने भाजपा की सदस्यता ले ली है। वह पहले सपा में थे। संक्षेप में इन नेताओं के बारे में बताए तो समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री गौतमबुद्ध नगर से विधायक रहे नरेंद्र भाटी, गोरखपुर के सपा एमएलसी सीपी चंद, झांसी से एमएलसी रमादेवी निरंजन भाजपा में शामिल हुए हैं। इस मौके पर निरंजन के पति भी पार्टी में शामिल हुए। अभी तक सभी समाजवादी पार्टी में थे। मिली जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सदस्यों को भाजपा में शामिल कराने में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने खास भूमिका निभाई है। इस दौरान यूपी भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कई दशकों से सपा के वफादारी सिपाही, उसे ताकतवर बनाने वाले लोकप्रिय नेता नरेंद्र भाटी(narandra bhati) भाजपा से जुड़े हैं। इससे पार्टी मजबूत होगी और सपा का सफाया होगा। रविशंकर के आने से बलिया और आसपास के क्षेत्र में भाजपा मजबूत होगी। सीपी चंद ने भाजपा में वापसी की है। रमा निरंजन के आने से बुंदेलखंड में भाजपा मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि आज अखिलेश यादव को नींद नहीं आएगी। 


यूपी विधानसभा चुनाव के ठीक पहले चार एमएलसी का इस तरह से भाजपा में शामिल होना अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। खासकर नरेन्‍द्र सिंह भाटी के पार्टी छोड़ने को लेकर पश्चिम यूपी की गुर्जर राजनीति में नए समीकरण बनने की उम्‍मीद जताई जा रही है। नरेन्‍द्र सिंह भाटी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे हैं। 7 मार्च 2016 को समाजवादी पार्टी ने उन्हें एमएलसी बनाया था।