
एम्बुलेंस में बच्ची का जन्म
छतरपुर में स्वास्थ्य असुविधाएं अपने चरम पर हैं इस बाबत कोई भी जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है और सारी सरकारी सुविधाएं/व्यवस्थाएं लापरवाहियों की भेंट चढ़ रहीं हैं।
ताजा मामला जिला मुख्यालय का है जहाँ ढिलापुर निवासी अंजली यादव (प्रसूता) को तड़के सुबह प्रसव पीड़ा होने लगी जिसके चलते आशा गांव की आशा कार्यकरता को सूचना दी गई पर रात होने की वजह से वह नहीं आई। ज्यादा हालत खराब होने की वजह से परिजनों ने 108 को 108 एम्बुलेंस को क़ाल किया और जैसे ही एम्बुलेंस रास्ते में थी तभी जननी ने एम्बुलेंस में बच्चे को जन्म दे दिया है। एम्बुलेंस में कोई अटेंडर और आशा कार्यकर्ता न् होने की वजह से जच्चा और बच्चा दोनों की जान पर बन आई थी बमुश्किल डिलेवरी को चलती गाड़ी में नासमझ (जिन्हें चिकित्सा विज्ञान की जानकारी नहीं) परिजनों ने ही आपरेट किया और बच्चे (लड़की) को जन्म दिलाया। जन्म के बाद से ही बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है जिसे गंभीर हालत में SNCU वार्ड में भर्ती किया गया है।