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विवाह एक अनिवार्य परम्परा है जिसका ज़िक्र सभी धर्म के धर्मग्रंथो में लिखा है।
हमारे देश में शादी की रस्मे हफ्तों तक चलती हैं, सजावट , खान पान से लेकर कपड़ों तक शॉपिंग होती है, जिसमे पूरा परिवार एन्जॉय करता है।
कोर्ट के अनुसार हमारे देश में दूल्हा दुल्हन की मर्ज़ी के बगैर शादी मान्य नहीं हो सकती।
बिहार में पकडुआ विवाह नाम का रिवाज है जिसमें लड़कों का अपहरण कर अपनी बेटियों से जबरदस्ती शादी कराया जाता है।
इस प्रथा की शुरुआत 1980 में बिहार में हुई थी जिसके अनुसार पढ़े लिखे और अच्छी नौकरी वाले लड़कों को किडनैप करके जबरदस्ती शादी की जाती है।
दरअसल सरकारी नौकरी वाले लड़के दहेज की डिमांड ज्यादा करते हैं ऐसे में बिहार के दबंग लोग लड़कों का अपहरण करके अपनी बिटिया की शादी लड़के से करा देते हैं।
पिछले 43 सालों से यह परंपरा चली आ रही है लेकिन हाल ही में पटना हाई कोर्ट ने इस प्रथा को गलत माना है और ऐसी एक शादी को रद्द कर दिया।
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