Beyond News

पहले लड़के का अपहरण फिर बंदूक की नोक पर शादी-अजीब प्रथा है पकड़ौआ विवाह

Image credits: our own

अनिवार्य परम्परा है विवाह

विवाह एक अनिवार्य परम्परा है जिसका ज़िक्र सभी धर्म के धर्मग्रंथो में लिखा है। 

 

Image credits: our own

इंडियन वेडिंग में खूब होता है एन्जॉयमेंट

हमारे देश में शादी की रस्मे हफ्तों तक चलती हैं, सजावट , खान पान से लेकर कपड़ों तक शॉपिंग होती है, जिसमे पूरा परिवार एन्जॉय करता है। 

 

Image credits: our own

दूल्हा दुल्हन की मर्ज़ी

कोर्ट के अनुसार हमारे देश में दूल्हा दुल्हन की मर्ज़ी के बगैर शादी मान्य नहीं हो सकती। 
 

Image credits: our own

अपहरण कर शादी करने की परंपरा

बिहार में पकडुआ  विवाह नाम का रिवाज है जिसमें लड़कों का अपहरण कर अपनी बेटियों से जबरदस्ती शादी कराया जाता है।

 

Image credits: our own

पढ़े लिखे लड़कों का होता है अपहरण

इस प्रथा की शुरुआत 1980 में बिहार में हुई थी जिसके अनुसार पढ़े लिखे और अच्छी नौकरी वाले लड़कों को किडनैप करके जबरदस्ती शादी की जाती है।

 

Image credits: our own

क्यों होता है लड़कों का अपहरण

दरअसल सरकारी नौकरी वाले लड़के दहेज की डिमांड ज्यादा करते हैं ऐसे में बिहार के दबंग लोग लड़कों का अपहरण करके अपनी बिटिया की शादी लड़के से करा देते हैं।

 

Image credits: our own

क्या कहता है कानून

पिछले 43 सालों से यह परंपरा चली आ रही है लेकिन हाल ही में पटना हाई कोर्ट ने इस प्रथा को गलत माना है और ऐसी एक शादी को रद्द कर दिया।

Image credits: our own

पाकिस्तान का वह गुरुद्वारा जहां बिना वीजा के भारतीय भी जा सकते हैं

क्या सचमुच शैतानी ताकत का बसेरा है बरमूडा ट्रायंगल?

क्या है 'पनौती' वर्ड की मीनिंग? वर्ल्ड कप को लेकर जिस पर मचा है बवाल

IAS-IPS का कारखाना है यह गांव, इसकी मिट्टी से पैदा होते हैं VVIP