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अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट 12 जुलाई को शादी के बंधन में बंध गए। आर्शिवाद समारोह में प्रधानमंत्री सहित आध्यात्मिक गुरु बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री भी पहुंचे थे।
समारोह में बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री भी पहुंचे थे। धीरेंद्र शास्त्री ने पीले वस्त्र के साथ पैरों में खड़ाऊ पहनी थी। खड़ाऊ का हिंदू धर्म बेहद खास महत्व है।
खड़ाऊ लकड़ी से बना होता है जिसमें नक्काशी भी देखने को मिलती है। खड़ाऊ भले ही आज के समय में लोग ज्यादा न पहनते हो लेकिन इसके स्वास्थ्य से जुड़े कई फायदे हैं।
मार्केट में लकड़ी की बेस वाली मॉर्डन खड़ाऊ मौजूद है जो आसानी से पहनी जा सकती है। इससे मानसिक तनाव दूर होने के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
ब्लड सर्कुलेशन ठीक करने में भी खड़ाऊ मददगार होती है। आप चाहे तो लकड़ी से बनी एक्यूपंचर वाली खड़ाऊ स्टाइल चप्पल भी खरीद सकते हैं।
मार्केट में लकड़ी वाली खड़ाई चप्पल आसानी से खरीदी जा सकती है। पैर आसानी से खड़ाऊ में सध सके इसलिए इनमें अलग से मोटा रबड़ यूज किया जाता है।
मानसिक शांति, ब्लड सर्कुलेशन प्रॉपर होना, पैरों में दर्द की समस्या से छुटकारा आदि स्वास्थ्य लाभ के लिए आप रोजाना खड़ाऊ वाली चप्पल पहन सकते है। 600 रुपये में ऐसी चप्पल मिल जाएंगी।