Lifestyle
भारत के एक राज्य में एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया स्थित है। जहां सदियों से देह व्यापार होता है। भारत में इसके लिए कानून है लेकिन समाज में इसे हमेशा अलग नजरिए से देखा जाता है।
एशिया का सबसे बड़ा रेड एरिया पश्चिम बंगाल में है। जिसका नाम सोनागाछी (sonagachi) है। सोनाागाछी का अर्थ का सोने के पेड़ होते हैं पर वहां के महिलाओं के लिए ये अभिशाप है।
बताया जाता है, सोनागाछी की नींव अंग्रेजों के समय पर हुई थी। बंगाल उस समय व्यापार के लिए मशहूर था। सैनिकों और अधिकारियों के मनोरंजन के लिए यहां पर देह व्यापार शुरू हुआ था।
यूं तो रेड लाइट एरिया पर कई फिल्में बन चुकी हैं लेकिन सोनागाछी पर Born Into Brothels नाम की डॉक्यूमेंट्री बनी थी। जिसने ऑस्कर अवॉर्ड जीता था।
दावा किया जाता है, यहां लड़कियों के पैदा होने के बाद उन्हें वैश्यावृत्ति के धंधे में धकेल दिया जाता है। परिवारवालें 15-17 साल की लड़कियों को इस काले व्यापार में ढकेल देते हैं।
इतना ही नहीं सोनागाछी में किसी भी बाहरी शख्स की एंट्री पर है। स्लम एरिया में कोई भी पत्रकार या फोटोग्राफर आसानी से नहीं जा सकता। सभी उन्हें देखकर गेट बंद कर लेते हैं।
2022 में सुप्रीम कोर्ट ने देह व्यापार को मान्यता दी थी लेकिन सोनागाछी ऐसी जगह है जहां पढ़ने-लिखने की उम्र में बच्चियों को वैश्यावृ्त्ति के धंधे में उतार दिया जाता है।
रिपोर्ट्स की मानें तो सोनागाछी स्लम एरिया में आज भी 14 हजार से ज्यादा महिलाएं सेक्स वर्कर्स के रूप में काम कर रही हैं।