40 की उम्र के बाद प्रेगनेंसी प्लान करने से महिलाओं में इनफर्टिलिटी का खतरा बढ़ जाता है। होने वाले बच्चे को भी डिसऑर्डर के चान्सेस रहते हैं।
रिसर्च कहती हैं की 40 के बाद प्रेग्नेंट होने की संभावना 15 से 30 फीसदी तक ही होती होती है। कंसीव हो भी गया तो मिसकैरेज का खतरा रहता है।
लखनऊ लोहिया हॉस्पिटल की डॉक्टर सरोज कहती हैं 40 की उम्र में महिलाओं में हाई बीपी और डायबिटीज होने का खतरा ज्यादा होता है इसलिए नार्मल डिलीवरी की संभावना कम हो जाती है
40 की उम्र के बाद होने वाली प्रेग्नेंसी में बच्चे में कुछ बीमारियों का रिस्क रहता है। बच्चा डाउन सिंड्रोम जैसी बीमारी का शिकार हो सकता है या उसे फिट्स के भी खतरे रहते हैं।
हालांकि रिसर्च ये भी कहती है की 40 की उम्र में गर्भधारण करने पर हर 150 में से एक बच्चे को इन बीमारियों का खतरा रहता है।
अगर अप्प 40 के बाद बेबी प्लान कर रही हैं तो मेंटल स्ट्रेस ना लें,डॉक्टर से जांच कराती रहें , हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें, नींद पूरी लें और खानपान का ध्यान रखें