रतन टाटा को कौन नहीं जानता। 85 साल की उम्र में वह अपना काम खुद करते हैं। अरबों-करोड़ों के मालिक होने के बावजूद वह साधारण जिंदगी जीना पसंद करते हैं।
रतन टाटा ने टाटा ग्रुप को बुलंदियों पर पुहंचाने के लिए उन्होंने सारी जिंदगी बिता दी लेकिन बढ़ती उम्र के साथ उन्हें एक साथी की जरूत हुई जो उनकी काम और देखरेख कर सकें।
रतन टाटा के सुख-दुख का साथी और कोई नहीं बल्कि उनके पर्सनल अस्टिटेंट शांतनु नायडू हैं। जो छाये की तरह उनके साथ रहते हैं।
शांतनु नायडू ने अमेरिका से MBA की पढ़ाई की है। वह पेशे से लेखक, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और एंटरप्रेन्योर हैं। वह 2018 से रतन टाटा के साथ हैं।
शांतनु 2018 में भारत वापस आने के बाद टाटा ट्रस्ट से जुड़ गए और उन्होंने डिप्टी जनरल मैनेजर के पद पर नौकरी की। उनके परिवार की 4 पीढ़ियां टाटा ग्रुप में काम कर चुकी हैं।
शांतनु नायडू पेट लवर हैं। उन्होंने मुंबई में पेट्स को हादसों से बचाने के लिए अभियान चलाया था। शांतनु की यही बात रतन टाटा को प्रभावित कर गई उन्होंने शांतनु को अपना PA बना लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वह रतन टाटा के PA के तौर पर लाखों रुपए लेते हैं। और उनकी नेटवर्थ लगभग 7 करोड़ रुपए हैं।