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अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने वाले लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। हार्वड की 30 साल की स्टडी कहती है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स जल्दी मौत का कारण बनते हैं।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय की स्टडी में खुलासा किया गया है कि जिन फूड्स में ज्यादा आर्टिफिशियल शुगर होता है, उसके कारण व्यक्तियों में 9% शीघ्र मौत का अधिक जोखिम रहता है।
1,14,000 लोगों पर की गई स्टडी का रिजल्ट चौंकाने वाला है। हार्वर्ड में 30 साल में हुई स्टडी के दौरान कुल 48,193 मौतें दर्ज की गई। सभी लोगों को कुछ न कुछ बीमारी थी।
स्टडी में अमेरिका, ब्राजील और चीन के रिसर्चर्स की टीम ने महिलाओं और पुरुषों के खानपान की लंबे समय तक स्टडी की। रोजाना 7 सर्विंग्स अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड खाने वालों के रिजल्ट बुरे थे
कैंसर से 13,557 मौतें, हार्ट डिसीज 11,416 मौतें, सांस रोग के कारण 3,926 मौतें हुईं। इन सभी लोगों ने प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन किया था।
खाने में स्वीट ड्रिंक्स,मीट, मिठाइयाँ और नाश्ते में शामिल फूड्स मृत्यु के उच्च जोखिम से जुड़े हो सकते हैं।
लंबे समय तक अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से कैंसर, मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम, टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम आदि बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
अगर आप भी बाहर खाने के आदी हैं तो तुरंत सावधान हो जाएं। खाने में फ्रेश वेजीटेबल्स, दालें, बेरीज, ताजे फल आदि का सेवन करें। रेडी टू ईट फूड से दूरी बनाएं।