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भारत में वाडीलाल आइसक्रीम फेमस ब्रांड है। बहुत से लोगों की ये पहली पसंद हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इस भारतीय ब्रांड की शुरुआत और कैसे हुई?
1907 में गुजरात में वाडीलाल गांधी ने अहमदाबाद में सोडा शॉप खोली थी। उनकी दुकान को जबरदस्त पॉपुलेरिटी मिली। कुछ अलग करने के लिए वह आइसक्रीम सोडा पॉप बेचने लगे।
वाडीलाल गांधी को भी अंदाजा नहीं था कि उनकी दुकान इतनी प्रसिद्ध हो जाएगी। 1926 में वाडीलाल ने पहली आइसक्रीम आउटलेट खोला। धीरे-धीरे व्यापार बढ़ता गया।
सोडा शॉप और आइक्रीम बनाने का बिजनेस संभव नहीं था। इसलिए वाडीलाल गांधी ने अपने बेटे रणछोढ़ गांधी को बिजनेस सौंप दिया। उन्होंने आजादी से पहले जर्मनी से आइसक्रीम बनाने की मशीन मगांई।
1970 के दशक में वाडीलाल की लोकप्रियता चरम पर थी। रणछोड़ लाल के दो बेटे रामचंद्र और लक्ष्मण गांधी ने बिजनेस की कमान संभाली।
वाडीलाल गांधी के परिवार ने भी बिजनेस को आगे बढ़ाने में कोई कमी नहीं रखी। परिवार की 5वीं पीढ़ी बिजनेस संभाल रही है। भारत नहीं विदेशों में भी ये आइसक्रीम ब्रांड पसंद किया जा रहा है।
100 साल पुरानी वाडीलाल आइसक्रीम भारत के साथ अमेरिका में भी खूब पसंद की जाती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस आइसक्रीम ब्रांड का मार्केट कैप 1933 करोड़ से ज्यादा है।