इस चाय वाले की जिद से बदल रही लोगों की 'बैड हैबिट'
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इस चाय वाले की जिद से बदल रही लोगों की 'बैड हैबिट'

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चायवाला बदल रहा लोगों का मिजाज

राजस्थान के पाली जिले का एक चायवाला लोगों का मिजाज बदल रहा है। उसे लोग कानजी चायवाला के नाम से पुकारते हैं।

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गांव को प्लास्टिक फ्री बना रहा कानजी चायवाला

कानजी चायवाला राजस्थान के पाली जिले में स्थित बिसलपुर गांव को प्लास्टिक फ्री बनाने में दिन-रात जुटा हुआ है।

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प्लास्टिक के बदले जरूरत की चीजें देता है कानजी

चायवाला लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक देने की अपील करता है और उसके बदले में वो गांव वालों को जरूरत की चीजें देता है।

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कानजी का स्लोगन- प्लास्टिक दीजिए और पाइए पेन, पेंसिल, पौधे

कानजी चायवाला एक इंट्रेस्टिंग स्लोगन के साथ गांव वालों से अपील करता है। वो प्लास्टिक के बदले पौधे, पेन, पेंसिल, टिफिन बॉक्स, ज्योमेट्री बॉक्स, तेल, साबुन, ऑयल और शुगर देता है।

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रिसाइक्लिंग के लिए भेजते हैं प्लास्टिक कचरा

कानजी चायवाले ने शुरू में प्लास्टिक से घरेलू सामान को बनाया। डेढ़ साल तक लोगों को रोजगार देने का काम भी किया। अब प्लास्टिंग के कचरे को रिसाइक्लिंग के लिए भेजते हैं।

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प्लास्टिक का नुकसान बताने बच्चों की क्लास लेते हैं कानजी

कानजी चायवाला गांव में मौजूद स्कूलों में जाकर बच्चों को प्लास्टिक के बैड इफेक्ट को बारीकी से समझाते हैं। बताते हैं कैसे यह प्लास्टिक जल, जंगल और जमीन को नुकसान पहुंचा रहा है।

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परिवार के मना करने पर भी नहीं रूके कानजी

परिवार प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करने से मना कर रहा था। पर कानजी चायवाला नहीं माने और अपनी मुहिम में जुटे रहे।

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कानजी को अब मिल रहा गांव वालों का सपोर्ट

4 साल पहले उनकी सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ शुरू की गई मुहिम अब रंग ला रही है। गांव वाले भी अब कानजी का सपोर्ट कर रहे हैं।
 

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यूथ भी एक-दूसरे को करते हैं मोटिवेट

कानजी के साथ साथ अब गांव के यूथ भी सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर एक दूसरे को मोटिवेट कर रहे हैं। बच्‍चे प्‍लास्टिक कचरे के बदले पेंसिल पाते हैं।

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