बीड़ी मजदूर मां का बेटा बन गया IAS, अपनाई थी ये स्ट्रेटजी
motivational-news Apr 19 2024
Author: Rajkumar Upadhyaya Image Credits:Social Media
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पिता सिलते थे कपड़े, मॉं बीड़ी मजदूर
नंदाला साईकिरन के पिता कांता राओ कपड़े सिलने का काम करते थे। मॉं लक्ष्मी बीड़ी मजदूर थीं।
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करीनगर से शुरूआती पढ़ाई
नंदाला की शुरूआती पढ़ाई करीमनगर से हुई। वारंगल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से बीटेक करने के बाद हैदराबाद में हार्डवेयर इंजीनियर का काम कर रहे थे।
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2021 में शुरू की यूपीएससी की तैयारी
नौकरी के दौरान ही नंदाला के मन में यूपीएससी की तैयारी का ख्याल आया और 2021 में एग्जाम की प्रिपरेशन शुरू कर दी।
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ऑनलाइन रिसोर्सेज का यूज
साईकिरन ने किताबों के अलावा यूट्यूब वीडियोज और दूसरे ऑनलाइन रिसोर्सेज का यूज किया। छुट्टियों के दौरान भी वह पढ़ाई किया करते थे।
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2022 में 19 नंबर से चूके
यूपीएससी 2022 में वह 19 नंबर से मेरिट लिस्ट में जगह बनाने से चूक गए तो दो महीने तक खुद को परखा। कमियां पकड़ी और नये सिरे से तैयारी में जुट गए।
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यूपीएससी 2023 में 27वीं रैंक
यूपीएससी 2023 में नंदाला साईकिरन ने 27वीं रैंक हासिल की। पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था।