मध्य प्रदेश के राजपाल सिंह नरवरिया ने कम उम्र में ही खेती किसानी में पिता की मदद करनी शुरु कर दी। इसकी वजह से उनकी पढ़ाई बीच में ही छूट गई।
राजपाल सिंह नरवरिया के चाचा की मोटर बोरवेल में गिर गई तो उन्होंने इक्विपमेंट बनाकर उसे बाहर निकाली।
उस घटना के बाद राजपाल सिंह नरवरिया ने इनोवेशन की शुरुआत कर दी।
राजपाल नरवरिया फिर किसानों की समस्याएं हल करने लगे। किसी समस्या में लोग उन्हें तलाशते थे।
राजपाल नरवरिया ने कम्बाइन हार्वेस्टर बनाई। जिसकी मार्केट में कीमत काफी कम है।
राजपाल की बनाई गई कम्बाइन हार्वेस्टर 4.5 लाख में तैयार हो जाती है, जबकि मार्केट में कम्बाइन हार्वेस्टर 25 से 30 लाख में मिलती है।
राजपाल सिंह नरवरिया को उनके इनोवेशन के लिए साल 2017 में राष्ट्रपति द्वारा नेशनल इनोवेशन अवॉर्ड मिला और साल 2019 में जगजीवन राम अभिनव किसान पुरस्कार से नवाजा गया।
राजपाल नरवरिया के बनाए इक्विपमेंट से किसानों की लागत में 70 फीसदी तक की कमी आती है।
राजपाल एग्रीकल्चर इक्विपमेंट के इनोवेशन करते रहें। इको फ्रेंडली प्रो-ट्रे मेकिंग मशीन, व्हील स्प्रेयर, वॉटर लिफ्टिंग पम्प, हाईटेक रिपर और रोप मेकिंग मशीन बनाई।
राजपाल सिंह नरवरिया अब तक 20 आविष्कार कर चुके हैं।