दिल्ली की इस मस्जिद में नज़र आती है परछाईं, बैन है जाना
mysterious-news Mar 13 2024
Author: rohan salodkar Image Credits:our own
Hindi
क्या आप जानते हैं जमाली कमाली मस्जिद के बारे में
हुमायूं के मकबरा के बारे में सब जानते है। लेकिन, क्या आप जमाली कमाली मकबरा के बारे में जानते हैं। आज हम आपको इस मकबरा के बारे में करीब से बताने जा रहे हैं।
Image credits: our own
Hindi
दिलचस्प इतिहास है
मकबरे को लेकर 2 बातें कही जाती हैं कुछ का मानना है की इसका निर्माण मुग़ल सम्राट बाबर ने साल 1528 के आसपास किया गया था। तो कुछ कहते हैं की हुमायू के शासनकाल में इसका निर्माण हुआ था
Image credits: our own
Hindi
सूफी की इबादतगाह
बताया जाता है कि सूफी हजरत जमाली अल्लाह की इबादत करते हैं और लगभग 1536 में जमाली की मृत्यु के बाद उन्हें इसी जगह दफनाया गया था।
Image credits: our own
Hindi
एक नहीं दो कब्र
हजरत जमाली के ठीक बगल में हजरत कमाली को भी दफनाया गया था, जिसके बाद इस जगह को जमाली कमाली मकबरा के नाम से जाना जाने लगा।
Image credits: our own
Hindi
कब्रों से आती हैं आवाज़ें
कुछ लोगों का मानना है कि इस वीरान जगह में इन कब्रों से आज भी रात के समय दुआ की आवाजें आती हैं।हालांकि कभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।
Image credits: our own
Hindi
भुतहा कहानियों के लिए प्रसिद्ध
लोगों कि माने तो यहां किसी अंजान परछाई का साया है, जिसकी वजह से शाम होते ही बहुत से लोग जाने से डरते हैं।
Image credits: our own
Hindi
सूफी अंदाज में सुनाई देती हैं आवाजें
इसके अलावा कुछ लोगों का यह भी कहना है कि इस मकबरे और इसके आसपास की जगहों पर आज भी रात के समय में सूफी अंदाज में कुछ आवाजें सुनाई देती हैं।