News
G-20 Summit की मेजबानी करने के लिए भारत तैयार हैं लेकिन उससे पहले शेरपा की चर्चा हो रही है। ऐसे में ये जानना जरुरी है कि शेरपा क्या है और भारत ने किसे शेरपा नियुक्त किया है?
डिप्लोमेसी में शेरपा का यूज होता है। जिसका मतलब कूतिनीति में माहिर होना होता है। वहीं नेपाल और तिब्बत में रहने वाली एक जाति को भी शेरपा कहा जाता है। जो हिमालय पर चढ़ाई करते हैं।
G-20 के सदस्य देश अपनी तरफ से एक शेरपा एप्वाइंट करते हैं जो बैठक के दौरान अपने देश को प्रेजेंट करते हैं। साथ ही वे देश प्रमुख की मदद करते हैं। ये कूटनीति में माहिर होते हैं।
भारत की ओर से अमिताभ कांत (Amitabh Kant) को शेरपा नियुक्त किया है। वे राजनीतिक व अन्य मुद्दों पर अन्य देशों के साथ बैठक करते हैं और निर्णय लेते हैं। शेरपा राजदूत की तरह होते हैं।
अमिताभ कांत इंडियन ब्यूरोक्रेट हैं। वह नीति आयोग के चीफ एग्जक्यूटिव ऑफिसर भी रह चुके हैं।
अमिताभ कांत ने अपने एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज से करियर की शुरुआत केरल केडर से की थी।
G-20 की मुख्य बैठक से पहले शेरपा लेवल की चार बैठकें आयोजित हो चुकी हैं। जिसमें संगठन के सभी देशों के शेरपा ने भाग लिया था।
भारत के अलग-अलग राज्यों में आयोजित हुई बैठकों में स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास कार्यों पर चर्चा की गई।