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ज्ञानवापी परिसर की (एएसआई) की सर्वे रिपोर्ट की नकल गुरुवार को पांच लोगों को मिल गई है। मुकदमे से संबंधित पक्षकारों ने गुरुवार को अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था।
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने रिपोर्ट मिलने के बाद प्रेस कांफ्रेंस की। हिंदू पक्षकारों का दावा है कि ASI रिपोर्ट में 32 प्रमाण मिले हैं जिससे हिंदू पक्ष का दावा मजबूत होता है।
सर्वे रिपोर्ट पढ़ते हुए विष्णु शंकर जैन ने कहा कि वहां 3 जनार्दन, रुद्र और विश्वेश्वर के इंस्क्रिप्शन मिले हैं। रिपोर्ट में एक जगह महामुक्ति मंडप लिखा है।
एएसआई ने सर्वे के दौरान एक पत्थर पाया जो टूटा हुआ था। जदूनाथ सरकार की फाइंडिंग को सही पाया, जिसे 1669 में 2 सितंबर को मंदिर ढहाए गया।
जो पिलर थे पहले के मंदिर के उनका इस्तेमाल किया गया है। जो तहखाना S2 है, उसमें हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां मिली हैं।पश्चिमी दीवार एक हिंदू मंदिर का हिस्सा है।
रिपोर्ट के अनुसार,17वीं शताब्दी में मंदिर तोड़ा गया, फिर उसे मस्जिद बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया। एएसआई ने रिपोर्ट में कहा है कि यहां मस्जिद से पहले हिंदू मंदिर का स्ट्रक्चर था।
हिंदू पक्षकारों का कहना है कि अब सील वजूखाना की एएसआई सर्वे की मांग सुप्रीम कोर्ट से करेंगे।
एक कमरे में अरबी और फारसी में लिखे पुरालेखों में मिले हैं जो बताते हैं कि मस्जिद औरंगजेब के शासनकाल के 20वें वर्ष यानी 1667-1677 में बनी।