News
निज्जर की हत्या के बाद से कनाडा-भारत के रिश्ते तल्ख हो गए हैं। कनाडा भारत पर दवाब बनाने की कोशिश कर रहा है लेकिन भारत ने कनाडा को चारो खाने चित कर दिया।
भारत की सैन्य ताकत की आगे कनाडा चींटी बराबर है। कनाडा की सेना के पास केवल 71000 सैनिक है और भारत के पास ये आंकड़ा 14 लाख से ज्यादा है।
कनाडा के 71000 सैनिकों में से केवल 23 हजार सैनिक एक्टिव हैं जो फुल टाइम पर हैं। वहीं बाकियों को सरकार जरुरत पड़ने पर बुलाती है।
कनाडाई लोगों को सेना में दिलचस्पी नहीं है। पिछले सरकार कनाडा सरकार ने जनता से सेना में भर्ती होने का आग्रह किया था बावजूद इसके लोग ज्यादातर सेना में शामिल नहीं होना चाहते।
किसी देश की ताकत का अंदाज उसके सैन्य हथियारों से लगाया जाता है। कनाडा न्यूक्लियर हथियाओं के लिए नॉटो कंट्री पर आश्रित है तो भारत के पास खुद परमाणु हथियार हैं।
इंडियन आर्मी दुनिया की चौथी सबसे बड़ी आर्मी है। जबकि कनाडा 20 वें नंबर पर है। भारत हर साल सेना पर 69 बिलियन डॉलर तो कनाडा 36.7 बिलियन डॉलर खर्च कर रहा है।
कनाडा अमेरिका,ब्रिटेन,आस्ट्रेलिया की मदद से भारत को घेरना चाहता था लेकिन यूरोपीय देशों ने भारत के साथ अपने रिश्ते खराब नहीं किए हैं। ऐसे में कनाडा अलग-थलग पड़ गया है।