News
इसरो का आदित्य-एल1 सैटेलाइट लॉन्च करने का प्लान है। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में इसकी तैयारी की जा रही है। ये देश का पहला सोलर मिशन होगा।
आदित्य-एल1 को धरती-सूरज के बीच एल1 ऑर्बिट में रखा जाएगा। यानी सूरज और धरती के सिस्टम के बीच मौजूद पहला लैरेंजियन प्वाइंट। यहीं पर यह तैनात होगा।
भारत का सूर्ययान धरती से करीब 15 लाख km दूर स्थित इस प्वाइंट पर तैनात होगा। इस जगह से वह सूरज का अध्ययन करेगा। वह सूरज के करीब नहीं जाएगा।
VELC सूर्ययान में लगा VELC सूरज की HD फोटो लेगा। इस स्पेसक्राफ्ट को PSLV रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा।
सूरज पर अब तक अमेरिका, जर्मनी, यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने कुल 22 मिशन भेजे हैं।
नासा ने अकेले 14 मिशन सूर्य पर भेजे हैं। इनमें से 12 मिशन सूरज के ऑर्बिटर से जुड़े हैं। नासा के पार्कर सोलर प्रोब ने सूरज के आसपास से 26 बार उड़ान भरी है।
नासा का 1969 में भेजा गया पायोनियर-ई स्पेसक्राफ्ट एक ऑर्बिटर था, जो फेल हो गया था, यह अपनी तय कक्षा में पहुंच ही नहीं पाया था।