भारत और मालदीव के बीच तनाव के बाद लक्षद्वीप सुर्खियो में है। द्वीपसमूह प्रशासन अब लक्षद्वीप को नये मालदीव के नये विकल्प के रूप में विकसित करने को उत्सुक है।
UT की तरफ से द्वीप समूह की पर्यटन कैपेसिटी का यूज करने के लिए केंद्र सरकार को कई प्रस्ताव भेजा गया है।
मालदीव विवाद के बाद लोगों में जन्मे आक्रोश ने लक्षद्वीप के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए समर्थन की लहर पैदा की है।
भारत-मालदीव विवाद ने लक्षद्वीप के बुनियादी ढांचे की चुनौतियों की तरफ भी सबका ध्यान खींचा है।
लक्षद्वीप पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़े हवाई अड्डे के निर्माण की योजना है।
लक्षद्वीप में कई होटल परियोजनाएं प्रगति पर हैं। इसका मकसद डोमेस्टिक और इंटरनेशनल मार्केट से पर्यटकों को अट्रैक्ट करना है।
लक्षद्वीप की यात्रा जहाज द्वारा की जाती है। कोच्चि से लक्षद्वीप तक डेली हवाई सेवाएं संचालित होती हैं। हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है।