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केरल में इन दिनों निपाह वायरस की दहशत हैं। अभी इस वायरल ने दो लोगों को लील लिया। गंभीरता को देखते हुए केरल सरकार ने 7 गांव में ,स्कूल,बैंक बंद करने का आदेश दिया है।
निपाह वायरस चमगादड़ और जानवरों से इंसानों में फैलता है। ये हवा नहीं बल्कि फ्लूल्ड ड्रोपलेट्स के जरिए फैलता है। ये सुअर,बकरी, घोड़े, कुत्ते बिल्लियों से फैलता है।
निपाह वायरस चमगादड़ या सुअर के पेशाब या लार के संपर्क में आने से, संक्रमित जानवर के खाया हुआ फल खाने से इसके साथ संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से आप इसका शिकार हो सकते हैं।
अमरूद, खजूर और ताड़ के पेड़ पर चमगादड़ों का घर होता हैं और वे इन्हीं फलों को खाते हैं। ऐसे में इन पेड़ों के झूठे फल खाने से आप बीमार हो सकते हैं।
बुखार,सिरदर्द, खांसी, उल्टी, सांस लेने में दिक्कत, दौरे पड़ना, कोमा में चले जाना, पेट दर्द रहना और दिमाग में सूजन आना। ये लक्ष्ण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अभी तक दुनिया में निपाह वायरस से बचाव के लिए कोई दवा और टीका नहीं उपलब्ध है। इसलिए सावधान रहें।
चमगादड़ों और सुअरों के संपर्क से बचे, उस जगह न जाएं जहां चमगादड़ों का बसेरा हो। उन फलों से दूर रहे जिसे चमगादड़ दूषित करें। जैसे कच्छा खजूर, कच्चे फल, अमरुद आदि।
निपाह वायरस से संक्रमित व्यक्ति अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। इसलिए बराबर हाथ धुलें और संक्रमित व्यक्ति के खून या शरीर के अन्य तरह पदार्थ के संपर्क से बचें और मास्क लगाएं।