इन 5 स्वदेशी वैपेंस पर है देश की सीमा के सर्विलेंस की जिम्मेदारी
pride-of-india May 20 2024
Author: Surya Prakash Tripathi Image Credits:BCCL
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मेड-इन-इंडिया के ये वैपेंस छुड़ाते हैं दुश्मनों के छक्के
विदेशी हथियारों पर निर्भर रहने वाले हिंदुस्तान की सीमाओं पर अब मेड-इन-इंडिया के वैपेंस गरजते हैं। एयरफोर्स, नेवी व आर्मी के ये 5 स्वदेशी हथियारों दुश्मनों के छक्के छुड़ा देते हैं।
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1. तेजस हल्का लड़ाकू विमान (LCA)
सिंगल इंजन मल्टीपर्पज लड़ाकू विमान को एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) द्वारा डिजाइन किया गया है।तेजस LCA नजदीकी हवाई सहायता, वायु रक्षा और टोही मिशनों के लिए एक बहुमुखी विमान है।
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2. आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) प्रणाली
मध्यम दूरी की मिसाइल प्रणाली लड़ाकू जेट, क्रूज मिसाइलों जैसे हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन की गई है। DRCO द्वारा विकसित आकाश वायु रक्षा नेटवर्क का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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3. अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक (MBT)
यह तीसरी पीढ़ी का MBT फायर पावर, स्पीड और कैपबिलिटी के लिए जाना जाता है। DRCO द्वारा डिजाइन और हेवी व्हीकल फैक्ट्री अवडी द्वारा निर्मित अर्जुन MBT दुश्मनों के छक्के छुड़ा देता है।
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4. INS विक्रांत (विमान वाहक)
सितंबर 2022 में कमीशन किया गया INS विक्रांत पहला स्वदेशी विमान वाहक है। इंजीनियरिंग का यह चमत्कार मिग-29K लड़ाकू जेट, हेलीकॉप्टर और मानव रहित हवाई वाहन (UAV) ले जा सकता है।
अगली पीढ़ी की हवा से हवा में मार करने वाली ये मिसाइल लंबी दूरी पर दुश्मन के विमानों को मार गिराती है। DRCO द्वारा विकसित एस्ट्रा BVRAAM देश की हवाई युद्ध क्षमताओं को बढ़ाता है।