Pride of India
26 मई 2024 को एशियाई सीनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली देश की पहली खिलाड़ी बनी टॉप इंडियन जिमनॉस्ट डोप टेस्ट में 21 महीने का प्रतिबंध झेल चुकी हैं।
इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (ITA) के मुताबिक दीपा का इंटरनेशनल जिम्नास्टिक महासंघ की ओर से आउट ऑफ कॉम्पिटिशन लिए गए सैंपल में प्रतिबंधित दवा हाइजेनामाइन लेने का दोषी पाया गया था।
6 साल की उम्र से ही जिमनास्टिक में ट्रेनिंग शुरू करने वाली दीपा करमाकर के सैंपल 11 अक्टूबर 2021 को प्रतियोगिता के बाद लिए गए थे। उन पर प्रतिबंध 10 जुलाई 2023 तक जारी था।
9 अगस्त 1993 को त्रिपुरा में जन्मी दीपा ओलंपिक में भाग लेने वाली भारत की पहली महिला जिमनास्ट हैं। 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में वॉल्ट इवेंट के फाइनल में वह चौथे स्थान पर थी।
2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में जिमनास्टिक दल का हिस्सा रही दीपा ने आशीष कुमार के प्रदर्शनों को करीब से देखा था, जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पहला जिमनास्टिक पदक जीता था।
यहां से दीपा ने अपनी पहचान बनानी शुरू की और धीरे- धीरे वॉल्ट एक्सपर्ट के साथ ही जिमनास्टिक के सबसे ख़तरनाक मूव में से एक माने जाने वाले प्रोदुनोवा पर भी महारत हासिल कर ली।
जुलाई 2018 में मर्सिन, तुर्की FIG वर्ल्ड चैलेंज कप के वॉल्ट इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। इस तरह वह वैश्विक आयोजन में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट बन गईं।
वॉल्ट प्रतिस्पर्धा के एशियाई सीनियर चैंपियनशिप में टॉप जिमनास्ट दीपा के साथ उत्तर कोरिया के किम सोन हयांग (13.466) ने सिल्वर जीता है। हालांकि दीपा पेरिस ओलंपिक की दौड़ से बाहर हैं।