अंग्रेज अफसर का ये बेटा, भारत में ही रह गया, बना वर्ल्ड फेमस राइटर
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मसूरी की हसीन वादियों में गुजारा जीवन
भारत की आजादी के बाद रस्किन बॉन्ड ने मसूरी की हसीन वादियों में ही जीवन गुजारने का निर्णय लिया।
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8 साल की उम्र में मां-पिता का तलाक
रस्किन बॉन्ड की उम्र करीबन 8 साल रही होगी। तभी उनके पैरेंट्स का तलाक हो गया। मां एडिथ क्लार्क ने पंजाबी हिंदू शख्स से शादी रचा ली।
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हिमाचल के कसौली में जन्म
रस्किन बॉन्ड का जन्म 19 मई 1934 को हिमाचल प्रदेश के कसौली में हुआ था। उनके पिता ऑब्रे अलेक्जेंडर बॉन्ड एयरफोर्स के अफसर थे।
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10 साल की उम्र में पिता को खोया
रस्किन बॉन्ड ने 10 साल की उम्र में अपने पिता को एक युद्ध में खो दिया। फिर मां उन्हें देहरादून लेकर आईं और वहीं उनकी परवरिश हुई।
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विश्व प्रसिद्ध अंग्रेजी लेखक
विश्व प्रसिद्ध अंग्रेजी लेखकर रस्किन बॉन्ड ने 16 साल की उम्र में लघुकथा 'अछूत' लिखी थी। साल 1957 में उनके उपन्यास 'रूम ऑन द रूफ' को जॉन लेवेलिन राइस अवार्ड मिला।
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रस्किन बॉन्ड को पद्मश्री और पद्मभूषण सम्मान भी
साल 1999 में रस्किन बॉन्ड को पद्मश्री और 2014 में पद्मभूषण सम्मान से नवाजा गया। 90 साल के बॉन्ड मसूरी लंढोर स्थित अपेन घर में रहते हैं।
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उपन्यास पर बनी कई फिल्मे
रस्किन बॉन्ड के उपन्यास पर कई मूवी भी बनी हैं। 'फ्लाइन ऑफ़ पिजन्स' नॉवेल पर फ़िल्म 'जुनून' फिल्माई गई। 'सात खून माफ' मूवी उनके 'सुज़ैन सेवेन हसबैंड' उपन्यास पर बेस्ड है।