Pride of India

भारत-पोलैंड संबंध: जामनगर के इस महाराजा ने 62 साल पहले रखीं थी नींव

Image credits: Twitter

PM नरेंद्र मोदी की यात्रा का क्या है मकसद?

PM नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक यात्रा भारत-पोलैंड के 70 वर्षों के राजनयिक संबंधों की वर्षगांठ पर हो रही है। यह यात्रा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बने संबंधों को फिर से जीवंत करेगी।

Image credits: Twitter

45 वर्ष किसी भारतीय PM की हो रही पोलैंड यात्रा

इस यात्रा के दौरान PM मोदी कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह यात्रा 1979 में मोरारजी देसाई की पोलैंड यात्रा के 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा है।


 

 

Image credits: Twitter

कब स्थापित हुए थे भारत-पोलैंड के संबंध

भारत और पोलैंड के बीच 1954 में औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे, और उसके तुरंत बाद 1957 में दोनों देशों में दूतावास खोले गए थे।

 

 

Image credits: Twitter

भारत में किसको मिली थी शरण?

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत और पोलैंड के बीच का संबंध सबसे अहम माना जाता है, जब 6,000 से अधिक पोलिश महिलाओं और बच्चों को भारत में शरण मिली थी।

 

 

Image credits: Twitter

पोलैंड से संबंध में जामनगर के महाराज की क्या थी भूमिका?

जामनगर के महाराजा दिग्विजय सिंह,  रणजीत सिंह ने इन शरणार्थियों को सुरक्षित पनाह देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
 

Image credits: Twitter

जाम नगर के राजा ने 6000 पोलिश बच्चों को दी थी शरण

1942 में पोलिश बच्चों का पहला समूह नवानगर पहुंचा, जहां महाराजा ने उन्हें शरण दी। युद्ध समाप्त होने के बाद भी इन बच्चों और महाराजा के बीच का रिश्ता मजबूत बना रहा।

 

 

Image credits: Twitter

पोलैंड में राजा दिग्विजय सिंह के नाम पर बनी है चौक

महाराजा दिग्विजय सिंह को उनके नेक कार्यों के लिए पोलैंड में आज भी याद किया जाता है। पोलैंड के वारसॉ में उनके सम्मान में एक चौक और एक स्मारक बनाया गया है।

Image credits: Twitter

पोलैंड में महाराज को मिला है ये खास सम्मान

महाराजा दिग्विजय सिंह को मरणोपरांत पोलैंड गणराज्य के ऑर्डर ऑफ़ मेरिट के कमांडर क्रॉस से भी सम्मानित किया गया।

 

Image credits: Twitter

पोलैंड से यूक्रेन जाएंगे पीएम मोदी

पोलैंड की यात्रा के बाद PM मोदी 22 अगस्त को यूक्रेन जाएंगे, जहां वे राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ चर्चा करेंगे। अपनी संक्षिप्त यात्रा के बाद वे पोलैंड वापस लौटेंगे।
 

Image credits: Twitter

भारत-पोलैंड संबंधों को और मजबूत को और मजबूत करेंगे पीएम मोदी

PM मोदी की यह यात्रा भारत-पोलैंड संबंधों को और मजबूत करेगी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान स्थापित संबंधों को पनपे सम्मान और श्रद्धा के साथ याद किया जाता है।

Image credits: Twitter
Find Next One