भारत ने चंद्रयान-3 की सफलता के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग करने वाले पहले देश के रूप में वर्ल्ड स्पेस अवार्ड प्राप्त किया है।
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कब और कहा मिलेगा ये पुरस्कार
यह पुरस्कार समारोह 14 अक्टूबर 2024 को मिलान में 75वें इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉटिकल फेडरेशन कांग्रेस के उद्घाटन समारोह के दौरान आयोजित किया जाएगा।
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भारत के अलावा कितने देशों के नाम है ये रिकार्ड?
अभी तक के सफर में भारत के अलावा केवल अमेरिका, रूस और चीन ही चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की उपलब्धि हासिल कर पाए हैं।
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सफल लैंडिंग के एक साल बाद हो रहा आयोजन
23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के एक साल से अधिक समय बाद इस पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
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चंद्रयान-3 को लेकर क्या कहा गया?
फेडरेशन की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि इसरो का चंद्रयान-3 मिशन साइंटिफक क्यूरोसिटी और कास्ट प्रभावी इंजीनियरिंग के तालमेल का बेहतरीन उदाहरण है।
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भारत के कमिटमेंट का प्रतीका है चंद्रयान-3
जो उत्कृष्टता के प्रति भारत के कमिटमेंट और स्पेस एक्सप्लोरेशन द्वारा मानवता को प्रदान की जाने वाली विशाल क्षमता का प्रतीक है।
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चंद्रमा के स्ट्रक्चर को उजागर कर रहा चंद्रयान-3
फेडरेशनन ने कहा कि इनोवेशन के लिए एक ग्लोबल टेस्टामेंट, चंद्रमा के र्स्टक्चर और भूविज्ञान के पहले से अनदेखे पहलुओं को तेजी से उजागर करते हुए, यह मिशन खड़ा है।
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भारत के अंतरिक्ष और परमाणु क्षेत्रों का सफल समन्वय है चंद्रयान-3
चंद्रयान-3 के नाम कई रिकार्ड दर्ज हैं। परमाणु प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित मिशन के प्रोपल्शन मॉड्यूल के साथ, भारत के अंतरिक्ष और परमाणु क्षेत्रों का सफल समन्वय है।