ये हैं दुनिया के सबसे घातक कमांडो, दुश्मनों के लिए मौत का दूसरा नाम
pride-of-india Oct 08 2024
Author: Rajkumar Upadhyaya Image Credits:Social Media
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किसी भी चुनौती को मात देने की क्षमता
भारत में ऐसी स्पेशल फोर्स मौजूद हैं, जो किसी भी चुनौती को मात देने की क्षमता रखती हैं। इन्हें दुश्मनों के लिए मौत का दूसरा नाम कहा जाता है। हम बात कर रहे हैं मार्कोस कमांडो की।
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भारतीय नेवी की स्पेशल फोर्स
मार्कोस कमांडो, भारतीय नौसेना की स्पेशल फोर्स है। ये हवा, पानी और जमीन पर बेहतरीन ऑपरेशन करने में सक्षम हैं। उनकी बहादुरी और कुशलता ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।
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1987 में किया गया था गठन
मार्कोस को भारत के समुद्री इलाकों की सुरक्षा के लिए वर्ष 1987 में गठित किया गया था।
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उत्तरी अरब सागर में 21 चालक दल के सदस्यों को बचाया
हाल ही में मार्कोस कमांडो ने उत्तरी अरब सागर में 15 भारतीयों समेत 21 चालक दल के सदस्यों को बचाया। उनकी इस साहसिक कार्रवाई ने फिर से उनकी ख्याति बढ़ा दी है।
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नेवी के सबसे घातक कमांडो
उन्हें भारतीय नेवी के सबसे घातक और गुप्त ऑपरेशन करने वाले कमांडो के रूप में जाना जाता है।
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अमेरिका की नेवी सील्स से की जाती है तुलना
मार्कोस कमांडो की ट्रेनिंग बेहद कठोर। वे हवा, पानी और जमीन पर युद्ध करने में विशेषज्ञ होते हैं। उन्हें आतंकवाद, समुद्री डकैती और अन्य खतरों से निपटने के लिए तैयार किया जाता है।
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क्यों बनाया गया था मार्कोस?
समुद्री तटों पर आतंकी गतिविधियों और समुद्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मार्कोस की स्थापना की गई थी। यह समुद्र में ऑपरेशन और दुश्मनों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार की गई थी।