Spirituality

क्यों प्रेमानंद महाराज ने एक शराबी को संत मानकर किया प्रणाम?

Image credits: facebook

जब शराबी ने दिया प्रेमानंद महाराज को ज्ञान

प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वे बता रहे हैं कि कैसे उन्हें एक शराबी ने ज्ञान दिया और उसके द्वारा कही गई बात उन्हें आज भी याद है।

Image credits: facebook

प्रेमानंद महाराज को कहां मिला शराबी?

प्रेमानंद महाराज ने बताया कि जब वे बिठूर शहर में ब्रह्मावर्त घाट पर गंगा के किनारे बैठे थे, तब उनके पास लड़खड़ाती हुई अवस्था में एक व्यक्ति आया और बातें करने लगा।

 

Image credits: facebook

शराबी ने की प्रेमानंद महाराज से बातें

प्रेमानंद महाराज को कुछ देर बाद लगा कि ये व्यक्ति शराब पिए हुए है। कुछ देर तक इधर-उधर की बातें करने के बाद उसने प्रेमानंद महाराज को अपने साथ चलने को कहा।

Image credits: facebook

जब शराबी मंदिर लेकर गया

प्रेमानंद महाराज उसके साथ चले गए। वो व्यक्ति महाराज श्री को एक मंदिर में ले गया। वहां उसने पूछा कि ‘सामने जो देव प्रतिमा है वो किससे बनी हुई।’ महाराज जी ने कहा- ‘संगमरमर की।’

 

Image credits: facebook

शराबी ने महाराज श्री से पूछा ये सवाल

फिर शराबी ने पूछा कि ‘हम जिस पत्थर पर खड़े है, वो कौन-सा है?’ महाराजजी ने कहा ‘ये भी संगमरमर है।’ शराबी ने कहा कि ‘भगवान की मूर्ति और ये पत्थर दोनों ही एक ही तो हैं।’ 
 

Image credits: facebook

शराबी ने दिया ज्ञान

फिर शराबी ने कहा ‘ये जो देव प्रतिमा है, इसे बनाते समय कारीगर ने इस पर छैनी-हथोड़ी से कईं वार किए, लेकिन ये टूटी नहीं, इसलिए ये आज यहां भगवान के रूप में पूजा रही है।’
 

Image credits: facebook

अंत में किसकी होती है पूजा?

शराबी ने कहा ‘जीवन में कभी टूटना नहीं चाहिए। जो विषम परिस्थितियों में भी नहीं टूटता, अंत में वही पूजाता है। शराबी की बात सुनकर महाराज ने उसे संत के समान प्रणाम किया।

Image credits: facebook
Find Next One