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आज हम आपको ऐसी 10 नौकरियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको एआई यानी मशीन भी नहीं छिन सकती। आइए उनके बारे में जानते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस डॉक्टर और सर्जन की जगह नहीं ले सकता, क्योंकि इस पेशे में मानवीय व्यवहार की गहरी समझ की आवश्यकता होती है। एआई मदद कर सकता है। पर सटीक निर्णय नहीं ले सकता।
लोगों की व्यक्तिगत तौर पर मदद करने के लिए मानवीय व्यवहार की उच्च स्तर की समझ होनी चाहिए, जो AI की कैपेसिटी से बाहर की बात है।
टीचर, स्टूडेंट्स को सलाह देने के साथ मोटिवेट भी करते हैं। अनुकूल माहौल दिलाते हैं। मानवीय गुण-क्रिएटिविटी सिखाते हैं, जो एक मशीन के बस की बात नहीं है। ऐसा ही ट्रेनर के साथ भी है।
हैंडमेड चीजों को बनाने के लिए कौशल और क्रिएटिविटी की जरूरत होती है जो एआई की क्षमताओं से परे की बात है।
क्रिएटिव राइटिंग में व्यक्तिगत अनुभव का अहम स्थान होता है। स्टोरी टेलर भी अपने अनुभव से लोगों को प्रेरित करता है। एआई के पास यह क्वालिटी नहीं है।
इमोशंस को शब्दों और वाद्य यंत्रों के जरिए एक सूत्र में पिरोकर लोगों के सामने पेश करने की कला सिर्फ इंसानों में ही है। एआई ऐसा नहीं कर सकता।
कंपनियों में कस्टमर की प्रॉब्लम हल करने के लिए रिप्रेजेंटेटिव रखे जाते हैं। एआई उनकी जगह नहीं ले सकता, क्योंकि कस्टमर से इंटरैक्शन के लिए व्यावहारिक गुण उसके अंदर नहीं हैं।
अदालतों में एक वकील अपने क्लाइंट के पक्ष में जोरदार पैरवी करता है। तेजी से निर्णय लेता है और कठिन से कठिन मुद्दों पर अपने तर्क पेश करता है। एआई के पास ऐसी कैपेसिटी नहीं है।
साइंटिस्ट के काम की तुलना AI से नहीं की जा सकती। एक वैज्ञानिक डेटा एनालिसिस के साथ क्रिएटिव सोच रखता और हमेशा नये नये प्रयोग करता है, जो एआई के लिए पॉसिबल नहीं है।
यह काम करने के लिए भावनात्मक बुद्धिमत्ता, सहानुभूति समेत मानवीय व्यवहार की गहरी जानकारी होनी चाहिए। तभी आप किसी की मानसिक तौर पर मदद कर सकते हैं, मशीन इसमें सक्षम नहीं है।